पीरपैंती : हर वर्ष की तरह शराबबंदी से पीरपैंती में इस वर्ष के आखिरी दिन का जश्न कहीं मनता नहीं दिखा. हमेशा गुलजार रहने वाली यह रात भयावह सुनसान लग रही थी. साल की आखिरी रात में पहले सभी गेस्ट हाउस, विवाह भवन तथा रइसों के आवासों पर रात भर गाने-बजाने, खाने-पीने और झूमने का दौर नये वर्ष के आगाज तक चलता था.
अधिकतर जनप्रतिनिधियों और रंगीन रात मनाने वालों ने शनिवार की दोपहर से ही झारखंड के विभिन्न स्थानों में कैंप गाड़ दिया है. साहिबगंज, तीनपहाड़, राजमहल, गोड्डा, ललमटिया आदि क्षेत्रों में पीरपैंती के ही युवक नजर आ रहे हैं. लोगों ने बताया कि वह जश्न मना कर रविवार को लौटेंगे. इक्का-दुक्का जगहों पर पीरपैंती में भी सादा समारोह कर नये वर्ष के आगमन की तैयारी की गयी है.