भागलपुर: भागलपुर स्टेशन पर गुरुवार को तीसरे दिन लगभग 35 हजार लोगों ने साइंस एक्सप्रेस को देखा. बारिश के बावजूद स्कूली छात्र-छात्राएं, बच्चे, बड़े व महिलाओं की भीड लगी़ थी. विज्ञान की अदभुत और रोचक बातों को जानने के लिए लोगों में भारी उत्साह था.
एक नंबर प्लेटफॉर्म से दो नंबर प्लेटफॉर्म पर लोगों की लंबी कतार लगी हुई थी. साइंस एक्सप्रेस को देखने अपने नानी मंजू देवी के साथ आये उनके नाती राजा व निलेश व रचना ने बताया कि पहली बार धरती का ऐसा नजारा देखने को मिला था. यहां लोगों को बाघ, हिरण, बंदर, व कछुआ के साथ-साथ पर्यावरण को जल संकट से निजात दिलाने की जानकारी भी दी गयी. साइंस एक्सप्रेस को देखने आये बच्चों ने कहा कि एक सप्ताह तक और साइंस एक्सप्रेस को रहना चाहिए.
शुक्रवार की शाम तक ही साइंस एक्सप्रेस भागलपुर में रहेगी. जो बच्चे लाइन में लगे थे वो डिब्बे के बाहर खिड़की के के बाहर लगे जीव-जंतु, फूल व पौधों को अपने कैमरे में कैद कर रहे थे. साइंस एक्सप्रेस का गुरुवार को नवयुग विद्यालय के बारहवीं क्लास के छात्र -छात्रओं ने भ्रमण किया. जैव विविधता, कृषि, पशुपालन, जल संकट से बचने के उपाय के बारे में जानकारी दी गयी. साइंस एक्सप्रेस से देख कर लौटे छात्रों ने बताया कि विज्ञान प्रतिदिन ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है.
पर्यावरण को बचाने के लिए सभी लोगों को मिल कर काम करने की जरूरत है. साइंस एक्सप्रेस के अंदर इको फ्रेडली घर को देखकर कुछ बच्चों ने कहा कि ऐसा घर बनायेंगे कि बिजली की बचत होगी.