भागलपुर : स्मार्ट सिटी में छह माह बाद कई तरह के बदलाव दिखाई देंगे. इसमें शहर की ट्रैफिक से लेकर सफाई व सैर-सपाटे के लिए गंगा में मोटर बोटिंग है. भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड की 21 दिसंबर को पहली बैठक से विकास कार्य के फंड की राह भी खुलेगी. सभी नामित सदस्यों के सामने तत्काल छोटे अवधि वाले कामों के बारे में रायशुमारी होगी. इन अलग-अलग कामों के बारे में स्पर टीम के सदस्यों से राय ली जायेगी. होटल चिन्मय में बोर्ड की बैठक में ही नये सदस्य बनाने का भी प्रस्ताव रखा जायेगा.
बोर्ड में जिलाधिकारी आदेश तितरमारे आमंत्रित सदस्य के रूप में आयेंगे. कंपनी के अध्यक्ष सह प्रमंडलीय आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने कहा कि शहर को सुंदर बनाने के काम होने के साथ वैसे काम का भी चयन होगा, जिससे कंपनी को आय भी हो. कंपनी के आय के लिए गंगा क्षेत्र में पर्यटन पर जोर देंगे. इस मामले में जिलाधिकारी भी काफी उत्साहित हैं. उन्होंने भी पिछले दिनों गंगा घाट का दौरा कर अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अफसरों से बातचीत की थी. उन्होंने कहा कि बोर्ड के अन्य नामित सदस्य भी दो से तीन काम का सुझाव देंगे, जिसे प्रोसिडिंग में शामिल करेंगे.
काम-1: तिलकामांझी से घंटाघर तक होगा डिवाइडर : तिलकामांझी से घंटाघर तक सड़क की चौड़ाई पर्याप्त है. इस सड़क के बीच में डिवाइडर बनाया जायेगा, जिससे आने-जाने के लिए वाहन चालक अपने रूट पर रहेंगे. डिवाइडर बनने से ओवरटेक की समस्या नहीं आयेगी.
काम-2: ऑटो रूट होने पर स्टैंड का प्रावधान: पुलिस व डीटीओ के ऑटो रूट के निर्धारण होते ही दो रूट के ज्वाइंट पर ऑटो स्टैंड बनेगा. इन ऑटो स्टैंड पर शेड बनेगा. जिससे ऑटो चालक सहित यात्री भी धूप-बारिश से बचाव के लिए खड़े रह सकेंगे. स्टैंड पर शौचालय रहेगा, जिसका रखरखाव सुलभ इंटरनेशनल संस्था करेगी. अंतरराष्ट्रीय स्तर की संस्था के हवाले होने से शौचालय साफ भी रहेगा.
काम-3: जीपीएस वाली कूड़ा गाड़ी आयेगी: जीपीएस युक्त कूड़ा गाड़ी की खरीद होगी. प्रत्येक वार्ड के लिए एक व बड़े वार्ड होने पर दो गाड़ी रहेगी. यह गाड़ी उसी वार्ड से कूड़ा उठायेगी. शाहकुंड में आधुनिक कूड़ा प्रोसेसिंग प्लांट बनने पर वहां कूड़ा भेजा जायेगा. जीपीएस होने से वाहनों की गतिविधि मॉनीटरिंग हो सकेगी.
काम-4: मोटर बोटिंग से गंगा ड्राइव: गंगा की सैर मोटरबोट के माध्यम से आम लोगों को कराया जायेगा. इसके लिए आधुनिक मोटर बोट लाये जायेंगे. मोटर बोटिंग के प्वाइंट चिह्नित होंगे. यहां पर टिकट काउंटर होगा और ऑनलाइन भी लोग मोटर बोटिंग की टिकट ले सकेंगे. इससे भागलपुर स्मार्ट सिटी कंपनी को आय भी होगी.