भागलपुर : अगुवानी घाट महासेतु का निर्माण प्रगति पर है, मगर दोनों घाट की ओर एप्रोच पथ के लिए शत प्रतिशत जमीन अधिग्रहण नहीं हो सका है. अगर महासेतु तय समय में बन भी जायेगा तो विजय घाट की तरह यहां भी आवागमन संभव नहीं हो पायेगा. विभागीय अधिकारी तो दावा कर रहे हैं कि अगुवानी घाट के एप्रोच पथ के जमीन अधिग्रहण हो चुके हैं, लेकिन सुलतानगंज की तरफ यह एलाइनमेंट के पेच में फंसा था, जो अब खत्म हो गया. पुल निर्माण ने अबजूगंज (सुलतानगंज)
में डेढ़ किमी एप्रोच पथ का फाइनल एलाइनमेंट रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है. रिपोर्ट पर जमीन मालिकों की जमाबंदी से एलाइनमेंट के रास्ते की जमीन का मिलान होगा और साथ ही सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन(एसआइए) भी चलेगा. इसके छह माह बाद जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा. अगुवानी घाट महासेतु में सुलतानगंज की तरफ बननेवाले एप्रोच पथ का नये सिरे से एलाइनमेंट हुआ है. करीब डेढ़ किमी एप्रोच पथ में अबजूगंज के ढाई सौ लोगों की जमीन अधिग्रहीत होगी. जमीन अधिग्रहण से पहले प्रशासन सामाजिक प्रभाव आकलन(एसआइए) करवा रही है. निजी एजेंसी अगले कुछ दिनों में एप्रोच पथ में ली
गयी जमीन के मालिकों से बात करेंगे. छह माह के अंदर होनेवाले सर्वे की रिपोर्ट मिलते ही मुआवजा वितरण की कार्रवाई आगे बढ़ेगी. बता दें कि गंगा पर एक और पुल अगुवानी-सुलतानगंज घाट पर बन रहा है. इस पुल के दोनों ओर अगुवानी(खगड़िया) और अबजूगंज(सुलतानगंज) में एप्रोच पथ बनना है.