भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सीनेट चुनाव की मतगणना स्थगित करने का सीनेट के प्रत्याशियों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय पहुंच कर विरोध दर्ज कराया. इस पर निष्कर्ष निकला कि अगर सोमवार तक राजभवन से अनुमति नहीं मिली, तो मंगलवार को विवि प्रशासन खुद निर्णय लेकर मतगणना की तिथि जारी कर देगा. प्रत्याशियों का एक शिष्टमंडल प्रतिकुलपति प्रो एके राय से मिला और इसके बाद प्रतिकुलपति व रजिस्ट्रार प्रो आशुतोष प्रसाद के साथ वार्ता की.
प्रत्याशी शिक्षकों ने सवाल उठाया कि जब सीनेट का चुनाव आयोजित करने के लिए राजभवन की अनुमति नहीं ली गयी, तो मतगणना में अनुमति की क्या जरूरत आन पड़ी. प्रत्याशियों का यह भी कहना है कि ऐसा कोई नियम नहीं, जिसमें किसी चुनावी प्रक्रिया को बीच में रोकी जाये. फिर राजभवन से अनुमति लेने का क्या मतलब. डॉ योगेंद्र ने कहा कि मतगणना को रोकने पर शिक्षकों के बीच अविश्वास पैदा हो रहा है. डॉ डीएन राय ने कहा कि संविधान में ऐसा कोई नियम नहीं है. अन्य शिक्षकों का कहना था कि जब राजभवन ने लिखित रूप से मतगणना को रोकने का निर्देश नहीं दिया है, तो बीच में मनाही का क्या औचित्य. इस मौके पर डॉ इकबाल अहमद, डॉ आनंद कुमार झा, डॉ मिहिर मोहन मिश्र आदि मौजूद थे.
रजिस्ट्रार बोले: रजिस्ट्रार प्रो प्रसाद ने कहा कि राजभवन में उन्होंने मतगणना कराने संबंधी अनुमति मौखिक रूप से मांगी थी. ओएसडी का कहना था कि इसमें अनुमति मांगने की जरूरत नहीं थी. जब अनुमति मांग ही ली है, तो एक सप्ताह में अनुमति दी जायेगी. इसी कारण राजभवन से अनुमति मिलने का इंतजार किया जा रहा है.
ऐसे निकला निष्कर्ष: जब प्रतिकुलपति व रजिस्ट्रार के साथ वार्ता शुरू हुई, तो बीच में प्रतिकुलपति ने ओएसडी से बात की. बात करने के बाद उन्होंने शिक्षकों से कहा कि ओएसडी ने कहा है कि अगर सोमवार तक राजभवन से अनुमति नहीं दी गयी, तो इसके बाद खुद ही निर्णय ले लें. इस पर सभी शिक्षक यह उम्मीद करते हुए सहमति दे दी कि मंगलवार या बुधवार को मतगणना हो जायेगी.