भागलपुर : देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की भागलपुर यात्रा तीन बार हुई थी. उनकी यात्रा को भागलपुर के लोग आज भी याद करते हैं. बुजुर्ग समाजसेवी मुकुटधारी अग्रवाल ने बताया कि नेहरूजी को बनारस के छोले बहुत पसंद थे. नेहरूजी बनारस यात्रा में कांग्रेस के बड़े नेता श्रीप्रकाश के सिगरा स्थित निवास सेवाश्रम में ठहरते थे. तब श्रीप्रकाशजी की पुत्री सुधावती जी ने अपने हाथों से छोले बना कई बार नेहरू जी को खिलाया था. सुधावतीजी की शादी भगलपुर के साहित्यनुरागी और कांग्रेस विधायक सत्येंद्र नारायण अग्रवाल से हुई थी. 1952 में नेहरूजी कांग्रेस के चुनावी प्रचार में भागलपुर आये थे
और अपने चुनावी कार्यक्रम की समाप्ति के बाद स्थानीय सर्किट हाउस में विश्राम कर रहे थे, क्योंकि उन्हें वापस लेनेवाला हवाई जहाज नहीं पहुंचा था. इस दौरान सुधाजी ने उन्हें सर्किट हाउस में छोला खिलाया था. 1957 में चुनाव के दौरान वह आये थे. सैंडिस कंपाउंड में टीला से लोगों को संबोधित किया था. उन्हें बैठने के लिये चांदी की कुरसी दी गयी थी, जिस पर बैठने से उन्होंने अस्वीकार कर दिया था. इसके बाद स्टूल पर बैठ कर सभा को संबोधित किया था. फिर 1962 में भी वे भागलपुर आये और सैंडिस कंपाउंड में जनता को संबोधित किया था. इतिहास के शिक्षक डॉ रमन सिन्हा ने बताया कि इस दौरान उन्हें जगदीशपुर की ढेकी पर कूटा कतरनी चूड़ा भेंट की गयी थी.