नवगछिया : बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता डाॅ प्रेम कुमार ने रविवार को नवगछिया में एक प्रेस वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विफलताओं पर परदा डालने के लिए निश्चय यात्रा कर रहे हैंं. उन्होंने कहा कि सात निश्चय में घर-घर बिजली, शौचालय, केंद्र सरकार की योजना है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार गरीबों को अनाज भेज रही है,
लेकिन राज्य सरकार नियमित रुप से अनाज का वितरण नहीं पा रही है. दूसरी तरफ अनाज की कालाबाजारी बड़े पैमाने पर जारी है. उन्होंने कहा कि बिहार में 63 लाख ऐसे लोग हैं जिन्हे छह माह से सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिली है. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमले हो रहे हैं. बिहार में अपराधियों का राज आ गया है. इस कारण राज्य का विकास ठहर गया है. केंद्र से भेजी गयी राशि का बिहार सरकार 20 फीसदी भी खर्च नहीं कर पायी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भागलपुर सहित 14 जिलों पर केंद्रीय विद्यालय बनवाने के पक्ष में है, लेकिन राज्य सरकार जमीन नहीं दे रही है.
नवगछिया में बाढ़ के बाद नहीं शुरू हुआ निर्माण कार्य : नेता प्रतिपक्ष डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि नवगछिया में बाढ़ से बड़े पैमाने पर क्षति हुई, लेकिन अब तक न तो पुनर्वास का काम हुआ है और न ही ध्वस्त सड़कों और मकान बनाने का. उन्होंने कहा कि गोशाला की जमीन पर कब्जा करना उचित नहीं है, लेकिन सवाल विस्थापितों का है तो सबसे पहले उनका पुनर्वास होना चाहिए. यहां के सांसद को विस्थापितों के पुनर्वास के लिए पहल करनी चाहिए.
डॉ कुमार ने कहा कि हजार व पांच सौ के नोट बंद होने से कुछ दिन लोगों को परेशानी जरूर होगी, लेकिन इसके बाद स्थिति सामान्य होगी. उन्होंने कहा कि काला घन, नकली नोटों व कई तरह की आर्थिक विसंगतियों पर इससे रोक लगेगी. भविष्य में इसका फायदा आम लोगों को फायदा मिलेगा. प्रेस वार्ता में विधान पार्षद व भाजपा नेता डाॅ एनके यादव, भाजपा के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार मंडल, जिला प्रभारी राजीव कुमार मुन्ना, पूर्व सांसद अनिल कुमार यादव, आलोक कुमार सिंह, बुनकर मंच के प्रदेश मंत्री अलतमस बिहारी आदि भी थे.