अंचल कार्यालय ने कहा है कि जमीन टीएमबीयू की ही है. अब कोर्ट फैसला करेगा कि जमीन अमरेंद्र नारायण चौधरी व जीवेंद्र नारायण चौधरी की है या नहीं.
उधर, विवि के कुलपति ने सदर एसडीओ को पत्र भेज कर जमीन की मापी कराने का अनुरोध किया है ताकि घेराबंदी करायी जा सके. दूसरी ओर विश्वविद्यालय की सरकारी जमीन की लगान रसीद किसी और के नाम काटने को लेकर हल्का कर्मचारी लखन लाल से प्रभार छीन लिया गया है. उनसे अंचल पदाधिकारी ने शो-कॉज किया है कि क्यों नहीं आपके खिलाफ कार्रवाई की जाये. अंचल कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक लखन लाल को बरखास्तग भी किया जा सकता है. लखन लाल से प्रभार छीने जाने के बाद अंचल पदाधिकारी ने कर्मचारी अशोक कुमार को प्रभार सौंप दिया है. बताया जाता है कि लखन लाल ने किडनी में समस्या का बहाना बना लिया है. इसको लेकर उसने मेडिकल लीव ले लिया है. ज्ञात हो कि टीएमबीयू की 22 बीघा जमीन की भू-माफियाओं द्वारा हड़पने की तैयारी पर 27 सितंबर से लगातार प्रभात खबर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर रहा है. इस पर जब नाथनगर अंचल पदाधिकारी ने जांच की, तो मामले को सत्य पाया और कई लोगों के द्वारा अपने नाम से रसीद कटा लेने का मामला मिला. अब रसीद रद्द करने और दोषियों पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.