भागलपुर: नगर उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन को लेकर जिला स्कूल में कैंप मोड का आयोजन किया गया. इसमें 10 कमरे में अलग-अलग विषयों के अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग की गयी.
इस शिविर में कई अभ्यर्थी विलंब से पहुंचे, जिन्हें रिक्ति रहने पर बाद में आने की बात कही गयी. इस बात पर अभ्यर्थी मानने को तैयार नहीं हुए और गेट खोलने का दबाव डालने लगे. कुछ देर तक अंदर में खड़े शिक्षा विभाग के कर्मियों को गेट के बाहर खड़े अभ्यर्थियों को समझाने में मशक्कत करनी पड़ी. हंगामा होने की संभावना भी बनने लगी थी, लेकिन उन्हें समझा कर शांत करा लिया गया. बावजूद इसके एक भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं किया गया था. कई अभ्यर्थियों ने यह शिकायत की कि जिला प्रशासन की वेबसाइट नहीं खुलने से वे मेधा सूची नहीं देख पाये, जबकि विभाग ने इसे आवश्यक बताया था ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो.
सबौर से आये एक अभ्यर्थी संजीव कुमार ने सवाल खड़ा किया कि आखिर अधिकारियों के हस्ताक्षर के बिना मेधा सूची शिविर के गेट पर कैसे चिपकाया गया. इस पर शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने बताया कि नियोजन इकाई सहित विभागीय अधिकारियों के हस्ताक्षर वाली मेधा सूची फाइल में उपलब्ध है. जो मेधा सूची कैंप के गेट पर चिपकायी गयी थी वह प्रतिलिपि थी. उसमें किसी तरह की त्रुटि नहीं समझना चाहिए. जिला स्कूल स्थित शिविर का नियोजन इकाई के अध्यक्ष दीपक कुमार भुवानियां ने भी निरीक्षण किया.