पिता को मुखाग्नि देने वाले छोटे पुत्र छोटू मंडल ने बताया कि गुरुवार की रात अचानक दमा खांसी बढ़ गया. हालत बिगड़ने पर चिकित्सक के पास ले जाने के क्रम में मौत हो गयी.
बाढ़ में उनका सब कुछ पानी में बह गया है. इस कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गयी है. बरारी श्मशान घाट ले जाने में काफी पैसे की जरूरत होती, इसलिए पैसे के अभाव यहीं सड़क किनारे दाह संस्कार कर दिये. मौके पर उपस्थित ग्रामीण दिनेश मंडल, रूदल मंडल, मंटू मंडल, नरेश मंडल आदि ने बताया कि चार दिन पहले भी बीमारी से मथुरापुर के कमलेश्वरी मंडल की मौत हो गयी थी. इनका भी पैसे के अभाव में यहीं पर कूड़े के ढेर में दाह संस्कार कर दिया गया था.