भागलपुर: मृतक जय किशन शर्मा के भाई गणोश शर्मा ने कहा कि उनके भाई की हत्या जमीन विवाद में नहीं हुई है. हत्या की क्या वजह है यह पुलिस पता लगाये, लेकिन पुलिस लगातार मामले को जमीन विवाद से जोड़ कर पूरे प्रकरण को डायवर्ट करने की कोशिश कर रही है, लेकिन सच्चई यह नहीं है. भला पौने कट्ठा जमीन के लिए कोई हत्या क्यों करेगा. यह जमीन हमलोगों की पुश्तैनी है. इसे कोई बाहरी व्यक्ति खरीद भी नहीं सकता है. उन्होंने कहा कि पुश्तैनी जमीन के अलावा मेरे भाई का किसी जमीन से कोई संबंध नहीं है.
डालुका ने समझाया था
उन्होंने बताया कि दस माह पूर्व पवन डालुका ने मुङो और मेरे भतीजे सूरज को बुलाया था और कहा था कि इस जमीन का मामला काफी ऊपर चला गया है. जल्दी से इसे सलटा लीजिए. भैया की हत्या के बाद हमलोगों ने इस मामले में किसी का नाम नहीं लिया है. न पप्पू साह का और न ही पवन डालुका का. फिर भी पुलिस लगातार अपने तरीके से घटना को उक्त लोगों के साथ जोड़ कर देख रही है.
पंप से जुड़ा है मामला
उन्होंने कहा कि हत्या का मामला पंप से जुड़ा हो सकता है. पुलिस इस बिंदु पर अनुसंधान करे. पंप के पुराने कर्मियों से पूछताछ करे. कहीं पंप पर किसी ने धमकी तो नहीं दी थी. क्या रंगदारी आदि की मांग तो पंप प्रबंधन से नहीं की गयी थी. पुलिस इस दिशा में भी अनुसंधान करे तो सच का पता चल सकता है.
अंजान लोग घूम रहे हैं
गणोश शर्मा ने बताया कि हत्या के बाद लगातार उनके घर के बाहर गली में अंजान लोग घूम रहे हैं. जबसे यह खुलासा हुआ है कि सीसीटीवी फुटेज में अपराधियों का चेहरा स्पष्ट आ चुका है, तब से कई लोग घर के बाहर घूम रहे हैं. उन्होंने संदेह है कि अपराधी फिर से घर के परिजनों की रेकी कर रहे हैं.
अब तक नहीं मिली सुरक्षा
एसएसपी ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने का निर्देश दिया था. अब तक शर्मा जी के घर के पास पुलिस की व्यवस्था नहीं की गयी है. इस कारण परिजन दहशत में है. परिजनों ने एसएसपी से सुरक्षा की मांग की है.
शरीर से निकली थी .22 की गोली
पेट्रोल पंप मैनेजर जय किशन शर्मा के शरीर से पोस्टमार्टम के दौरान .22 की एक गोली निकली थी. यह खुलासा गुरुवार को जारी हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है. जय किशन शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस के पास आ चुकी है. रिपोर्ट में मौत की वजह अत्यधिक खून निकलने और ब्रेन हेमरेज बताया गया है. अपराधियों ने काफी नजदीक से जय किशन शर्मा को गोली मारी. गोली सीधे उनके छाती में जा लगी. गोली लगने के बाद जय किशन चिल्लाते हुए गली से बाहर निकले. पैदल ही जय मेडिकल तक पहुंचे. तब तक अपराधी बाइक से भाग चुके थे. इस बीच लोगों ने उन्हें जख्मी हालत में टेंपो पर बैठाया और जेएलएनएमसीएच ले गये.
पुलिस के अनुसंधान से परिजन असंतुष्ट
जयकिशन शर्मा के बड़े पुत्र सूरज शर्मा ने पुलिस के अनुसंधान पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि घटना के तीन दिन बाद भी अब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. जबकि एसएसपी खुद हमलोगों के घर पहुंचे थे और कहा कि तीन अपराधियों की पहचान हो गयी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना हो चुकी है. लेकिन अब तक एक भी अपराधियों की गिरफ्तारी न होना पुलिस के अनुसंधान पर सवाल खड़ा करता है.
पत्नी के नाम से जमीन तो पिता की हत्या क्यों
जिस पुश्तैनी जमीन को लेकर खबरें आ रही हैं, वह जमीन मेरे पिता के नाम से नहीं है. बल्कि मेरी पत्नी के नाम से है. फिर इस जमीन के कारण मेरे पिता की हत्या क्यों होगी. जमीन का आधा से अधिक भाग हमलोग रजिस्ट्री करवा चुके हैं. पौने कट्टा जमीन बची हुई है. इतनी सी जमीन के लिए कोई हत्या क्यों करेगा या करवायेगा. इस पुश्तैनी जमीन को छोड़ कर मेरे पिता या हमलोगों के पास कोई दूसरी जमीन नहीं है. लेकिन तरह-तरह की जमीन की बातें आ रही है.
कॉल डिटेल्स निकाला, खुलेगा राज
पुलिस ने कई मोबाइल का कॉल डिटेल्स निकाला है. घटना के समय घटनास्थल के पास मौजूद मोबाइल के टावर से किसकी-किसकी बात हुई, कितने देर बात हुई, इसका पता लगाया जा रहा है. क्योंकि सीसीटीवी के मुताबिक एक जैकेट पहने हुए अपराधी लगातार फोन से बात कर रहा था. पुलिस उन नंबरों की तलाश कर रही है, जो संदिग्ध है.