भागलपुर : मुख्यमंत्री के बाढ़ राहत शिविर का रविवार को मुआयना करने से प्रशासन की ओर से पीड़ितों के लिए भोजन, पानी, दवा, ब्लीचिंग पाउडर आदि की व्यवस्था दुरुस्त दिख रही थी, वहीं गांवों में बाढ़ के पानी के बीच फंसे हजारों लोगों में राहत के लिए हाहाकार मची थी.
यहां के लोगों को अभी भी सरकारी राहत का इंतजार है. रत्तीपुर बैरिया पंचायत, गोसाईंदासपुर पंचायत, रन्नुचक पंचायत, भूवालपुर पंचायत, शंकरपुर पंचायत के गांवों में फंसे लोगों को खाने-पीने के लिए कुछ नहीं बचा है. लोग सत्तु नमक पानी पीकर दिन काट रहे हैं. कई लोग बीमार हो गये हैं. अभी तक कोई सरकारी अधिकारी व कर्मचारी उनलोगों तक राहत लेकर नहीं आ रहे हैं. रत्तीपुर बैरिया के अरूण मंडल ने बताया कि अधिकतर लोग मवेशी के कारण घर छोड़े हैं.
कुछ लोग घर संपत्ति रखवाली करने के लिए यहीं रूके हैं. एनएच-80 किनारे ठहरे सैकड़ों लोग अब भी निजी संगठन, संस्थान व कई मोहल्लेवासियों की ओर से दी जा रही राहत से जीवन गुजार रहे हैं. पानी घटने की खबर से अब जल्द मुसीबत से निजात मिलने की उम्मीद है, लेकिन अभी भी 15-20 दिन तक घर लौटने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है. पानी हटने पर खेतीबारी का काम शुरू हो जायेगा.