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सुलतानगंज से भी संपर्क भंग
आफत. टूटा तीन साल का रिकॉर्ड, तीन दिनों से कहलगांव से टूट चुका है संपर्क भागलपुर : जिले में गंगा विकराल रूप धारण कर चुकी है. सोमवार को गंगा के जलस्तर में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गयी और जलस्तर खतरे के निशान से 88 सेंटीमीटर ऊपर जा पहुंचा. मंगलवार दोपहर तक जलस्तर स्थिर रहने की […]
आफत. टूटा तीन साल का रिकॉर्ड, तीन दिनों से कहलगांव से टूट चुका है संपर्क
भागलपुर : जिले में गंगा विकराल रूप धारण कर चुकी है. सोमवार को गंगा के जलस्तर में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गयी और जलस्तर खतरे के निशान से 88 सेंटीमीटर ऊपर जा पहुंचा. मंगलवार दोपहर तक जलस्तर स्थिर रहने की संभावना है. इधर सोमवार को बाढ़ के पानी में डूबने से एक की मौत हो गयी व तीन लाेग लापता हो गये. भागलपुर का कहलगांव से पिछले तीन दिनों से संपर्क टूटा हुआ है.
सोमवार को एनएच-80 पर अकबरनगर व भवनाथपुर के बीच दो किलोमीटर तक पानी बहने से सुलतानगंज से भी संपर्क भंग हो गया. इन स्थानों पर जाने के लिए ट्रेन और नाव का ही सहारा रह गया है. अन्य राज्यों व जिलों से अपने-अपने वाहनों से सुलतानगंज जानेवाले कांवरियों के सामने बड़ी दिक्कत हो गयी है. बरारी स्थित इंटक वेल में पानी घुसने-घुसने को है. इंटक वेल के बंद होने से कभी भी शहर की जलापूर्ति ठप हो सकती है. सबौर में इंजीनियरिंग कॉलेज से ममलखा तक कई जगह एनएच-80 पर पानी बह रहा है.
सुलतानगंज से भी…
गंगा का जलस्तर वर्तमान में 34.56 मीटर (सोमवार शाम छह बजे की रिपोर्ट) पर है. जलस्तर में वृद्धि हुई, तो यह मंगलवार रात लगभग 10 बजे तक 34.62 मीटर तक पहुंचेगी. खतरे का निशान 33.68 मीटर निर्धारित है. वर्ष 2013 में दर्ज रिकॉर्ड 34.50 मीटर था.
बाढ़ के पानी में डूबने से एक की मौत, तीन लापता
2016
कभी भी बंद हो सकता है इंटक वेल, ठप हो सकती है शहर की जलापूर्ति
इंजीनियरिंग कॉलेज से लेकर ममलखा तक एनएच-80 पर कई जगह बह रहा दो से ढाई फीट पानी
सबौर के इंगलिश मोड़ पर एनएच-80 के कटने का सिलसिला जारी
सबौर में काट दी गयी क्षेत्र की बिजली
अकबरनगर व भवनाथपुर के बीच दो किमी बह रहा पानी, आवागमन ठप
विवि के प्रशासनिक भवन में घुसा बाढ़ का पानी, नाव बना सहारा.
डाॅक्टरों व कर्मियों की छुट्टियां रद्द
पटना. बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से राज्य के सभी डाॅक्टरों और चिकित्साकर्मियों की छुट्टी को रद्द कर दिया है.
डाॅक्टरों व कर्मियों…
विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि डाक्टर व चिकित्साकर्मियों को किसी भी प्रकार की छुट्टी इस दौरान नहीं दी जायेगी. जिला के सिविल सर्जनों व क्षेत्रीय उप निदेशकों को भेजे गये पत्र में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव प्रदीप कुमार झा ने निर्देश दिया है कि बाढ़ की स्थिति व संभावित महामारी के आलोक में सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य है.
आधा दर्जन एनएच पर आवागमन ठप
पटना. गंगा सहित अन्य नदियों में पानी बढ़ने से पटना और आसपास के जिलों में बाढ़ की भयावह स्थिति हो गयी है. बाढ़ से कई जिलों में एनएच पर पानी चढ़ने से आवागमन ठप हो गया है. इतना ही नहीं पानी बढ़ने के कारण एनएच का निर्माण काम भी बाधित हुआ है. एनएच की स्थिति का आकलन करने के लिए अधिकारी बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा कर रहे हैं. पानी घटने के बाद सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के बारे में पता चलेगा. हाजीपुर-छपरा एनएच 19 का पटना से संपर्क कट गया है. छपरा शहर सहित आसपास के इलाके में एनएच
एनएच का निर्माण कार्य…
पर पानी बह रहा है. कमर भर से अधिक पानी बहने से आवागमन ठप पड़ गया है. गया-बिहारशरीफ एनएच 82 पर हिसुआ के आसपास बाढ़ से आवागमन बाधित हुआ है. पानी के तेज बहाव से वहां पर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. एनएच 31 पर बख्तियारपुर -मोकामा के बीच दो-तीन जगहों पर घुटने भर पानी बह रहा है. एनएच 30 पर मनेर के समीप पानी का बहाव तेज होने से आवागमन पर असर पड़ा है. मोकामा-मुंगेर एनएच 80 पर कई जगहों पर बाढ़ का पानी बह रहा है. सबसे अधिक सबौर-कहलगांव के समीप तेज बहाव से सड़क को खतरा है.
यह सड़क पहले से भी क्षतिग्रस्त है. आरा-बक्सर के बीच एनएच 84 पर पानी बह रहा है. छपरा-गोपालगंज एनएच 85 पर पानी चढ़ने से आवागमन ठप है. वहीं एनएच का निर्माण काम भी बाधित हो गया है. इस सड़क काे दस मीटर चौड़ा बनाया जा रहा है. बाढ़ को लेकर एनएच की स्थिति का आकलन करने के लिए अधिकारी संबंधित इलाके में दौरा कर रहे हैं. सड़कों पर पानी होने से यह पता नहीं लग रहा है कि सड़कों की क्या स्थिति है.
निर्माण काम पर भी असर
बाढ़ का असर सड़कों के निर्माण पर भी पड़ेगा. बरसात के बाद सड़कों के निर्माण काम शुरू करने की तैयारी थी. अब बाढ़ का पानी सूखने में दो से तीन माह लगेंगे. ऐसी स्थिति में सड़कों के निर्माण के लिए मिट्टी भरने की समस्या खड़ी होगी. बाढ़ के कारण हाजीपुर-छपरा एनएच 19 व छपरा-गोपालगंज एनएच 85 के निर्माण काम बाधित हो गया है. हाजीपुर-छपरा फोर लेन बनाने का काम हो रहा है,
जबकि छपरा-गोपालगंज एनएच को दस मीटर चौड़ा बनाया जा रहा है. दोनों एनएच का निर्माण काम ठप पड़ गया है. बरसात के बाद पटना-बक्सर व बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन का काम शुरू होने की तैयारी थी. बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण हुआ है. वहां सड़क निर्माण का काम शुरू होना है. पटनासहित आसपास के जिले में बाढ़ को लेकर पटना-बक्सर फाेर लेन निर्माण पर असर पड़ेगा.
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