भागलपुर: आखिरकार मौत के 42 घंटे के बाद जर्मन नागरिक विल्फ्रेड सचजेल (72) का शव मंगलवार को कोलकाता के लिए रवाना हुआ. जर्मन एम्बेसी ने शव ले जाने के लिए विशेष दूत और वाहन भागलपुर भेजा था. एम्बेसी ने कोलकाता की मोरगन फ्यूनरल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को शव ले जाने के लिए अधिकृत किया था. कंपनी के अधिकारी विश्वजीत कोटजा शव लेकर कोलकाता गये.
वहां से जर्मन एम्बेसी एयर एंबुलेंस से शव को जर्मनी भेजा जायेगा. शव को कोलकाता और जर्मनी ले जाने के लिए बरारी के थानाध्यक्ष अमर कुमार व जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से सारी कागजी प्रक्रिया पूरी की गयी. इस मौके पर क्रूज के मैनेजर वरुण घटोज भी मौजूद थे.
19 जनवरी की शाम आठ बजे जर्मन नागरिक विल्फ्रेड सचजेल की हर्ट अटैक से मौत हो गयी थी. जर्मन नागरिकों का एक दल सुकाफा क्रूज से गंगा नदी के रास्ते कोलकाता से भागलपुर घूमने आया था. क्रूज पर ही विल्फ्रेड की तबीयत बिगड़ी. आनन-फानन में जहाज को बरारी सीढ़ी घाट के किनारे लाया गया और बीमार विल्फ्रेड को जेएलएनएमसीएच लाया गया. यहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम प्रकिया और सरकारी व्यवस्था से खिन्न मृतक की पत्नी एंग्रीड अपने पति की लाश को भागलपुर में ही छोड़ कर सोमवार को जर्मनी चली गयी थी. उधर, मौत के बाद क्रूज में फंसे 11 विदेशी नागरिक गंगा नदी के रास्ते सुल्तानगंज रवाना हुए.