बिहपुर : बिहपुर के खानकाह-ए-मोहब्बतिया फरीदिया में बुधवार को दोदिवसीय जश्न-ए-मेराज-मुस्तफा व बाबू हुजूर नेहाल अहमद खां फरीदी रहमहतुल्ला अलैह के सलाना उर्स–ए–पाक का आगाज हुआ. मगरीब की नमाज के बाद गद्दीनशीं हजरत अली कौनेन खां फरीदी की सदारत व नायब गद्दीनशीं मौलाना अली शब्बर खां फरीदी की जेरे कयादत में मजार–ए–शरीफ पर चादरपोशी व गुलपोशी हुई.
मौके पर खानकाह के शहजादे अली कौनेन खां फरीदी, अली रहबर खां फरीदी, अली रोहमर खां फरीदी व अली बुशम्स फरीदी के अलावा बड़ी संख्या में दूर-दूर से आये मुरीदीन व जायरीन मौजूद थे. इसके बाद देश के विभिन्न राज्यों से आये मौलानाओं की मौजूदगी में देर शाम से शानदार जलसे का आगाज हुआ. जलसे में भागलपुर से पीर–ए–तरीकत वली आलम नक्शबंदी, सीतामढ़ी के मौलाना अजहरूल कादरी व मौलाना जिलानी साहब, सीमांचल के मौलाना फारूख आलम,
कटिहार के मौलाना मोजीव के अलावा शायर-ए-इसलाम कोलकाता के अनमोल रजा नूरी, फैजान रजा नूरी, कब्वाल समस्तीपुर के अकरम फरीदी व मधेपुरा के खलील साहब आदि शामिल हुए. बड़ी संख्या में लोगों ने चादरपोशी व नियाज फातिहा की. जलसे व उर्स की सरपरस्ती खानकाह– ए–गुलजारिया राटनशरीफ, खगड़िया के गद्दीनशीं हजरत सैयद मूसा फरीदी ने की. गुरुवार को महफिल-ए-शमां, कुलशरीफ, कव्वाली व नियाज फातिहा होगी. इसके बाद लंगर बांटा जायेगा.