21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बीएड : निजी कॉलेज व विवि में बढ़ सकता है टकराव

भागलपुर : बीएड प्रवेश परीक्षा को लेकर निजी बीएड कॉलेज व विवि प्रशासन के बीच टकराव बढ़ सकता हैं. हाइकोर्ट ने 22 मई को तिलकामांझी भागलपुर विवि के बैनर तले होने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा पर रोक लगा दी है. विवि प्रशासन की ओर से अब भी बीएड प्रवेश परीक्षा फॉर्म बेचे जा रहे हैं. […]

भागलपुर : बीएड प्रवेश परीक्षा को लेकर निजी बीएड कॉलेज व विवि प्रशासन के बीच टकराव बढ़ सकता हैं. हाइकोर्ट ने 22 मई को तिलकामांझी भागलपुर विवि के बैनर तले होने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा पर रोक लगा दी है. विवि प्रशासन की ओर से अब भी बीएड प्रवेश परीक्षा फॉर्म बेचे जा रहे हैं. अबतक 1900 बीएड फॉर्म बिक चुके हैं. जिले के 11 निजी कॉलेजों ने बीएड में नामांकन के लिए अपनी-अपनी तिथि विज्ञापन से प्रकाशित कर दिये हैं.
हाइकोर्ट के आदेश का प्रतिवेदन निजी कॉलेजों द्वारा विवि रजिस्ट्रार को उपलब्ध करा दिया गया है. विवि सूत्रों के अनुसार विवि द्वारा बेचे जा रहे बीएड फॉर्म गले की हड्डी बन सकते हैं. क्योंकि निजी कॉलेज विवि में जमा हो रहे बीएड फॉर्म को तरजीह नहीं देंगे. निजी बीएड कॉलेज निकाले गये बीएड प्रवेश परीक्षा फॉर्म की सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद नामांकन लेने की तैयारी कर रहे हैं.
निजी बीएड कॉलेज संघ के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र लाल ने कहा कि कोर्ट के आदेशानुसार जिले के 11 निजी बीएड कॉलेजों ने छात्रों के नामांकन के लिए विज्ञापन निकाल दिये है. कुछ कॉलेजों में बीएड के फॉर्म की बिक्री शुरू हो चुकी है. 30 जून तक सारी प्रक्रिया पूरी कर एक जुलाई से बीएड पाठ्यक्रम शुरू हो जायेंगे.
जिले के 11 निजी बीएड कॉलेज विवि की ओर से भराये जा रहे बीएड प्रवेश परीक्षा के उन छात्रों का नामांकन नहीं लेने जा रहा है. विवि प्रशासन सोचे कि उन छात्रों की परीक्षा किस आधार पर लेगा. 1500 छात्रों का किस कॉलेज में नामांकन करायेगा. डॉ श्री लाल ने बताया कि कुलाधिपति व राज्य सरकार की ओर से जारी रेगुलेशन के खिलाफ बीएड कॉलेज संघ के लोगों ने हाइकोर्ट की शरण में गये. कोर्ट से उन्हें राहत दी गयी है.
कोर्ट प्रतिवेदन के अनुसार बीएड कॉलेजों को नामांकन लेने के लिए कहा गया है. इसमें इस बात का जिक्र नहीं है कि प्रवेश परीक्षा को रद्द किया जाता है. इस मामले में कोर्ट में अभी बहस चल रही हैं. विवि के एक्सपर्ट अधिवक्ता के द्वारा व कोर्ट के प्रतिवेदन को पूरा पढ़ने के बाद रद्द का कोई जिक्र नहीं है. केंद्र सरकार से लेकर राजभवन तक एक ही रेगुलेशन आया है कि बीएड में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा लेना अनिवार्य है. इसकी जिम्मेवारी राजभवन से विवि को दी गयी है. बीएड नामांकन में मनमानी करने के लिए दिग्भ्रमित किया जा रहा है.
प्राे रमा शंकर दुबे, कुलपति, टीएमबीयू

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें