एसएसपी ने जमादार इजहार अहमद खां के भाई से बातचीत की और परिजनों को हर संभव सहायता देने की बात कही. एसएसपी ने बताया कि इजहार खां को पहले भी माइनर अटैक आया था.
उन्होंने कहा कि अटैक के साथ उन्हें निमोनिया भी हो गया था. इजहार खां के तीन लड़के और दो लड़की हैं. इजहार खां के पार्थिव शरीर को लेने उनके भाई आजाद खां आये थे. आजाद खां दरभंगा पुलिस में पदस्थापित हैं. वहीं एक भाई सेेराज अहमद रांची में एएसआइ पद पर कार्यरत हैं. उनकी मौत पर हबीबपुर थाना के उनके सहयोगी काफी दुखी थे.