भागलपुर: भागलपुर सहित पूर्वी बिहार के लोगों को जल्द ही एम्स की तर्ज पर इलाज की सुविधाएं मिलेंगी. इसके लिए एक्शन प्लान बन कर तैयार है. मंगलवार को बिहार मेडिकल कॉरपोरेशन द्वारा नियुक्त आर्किटेक्ट एंड डिजाइनर अशोक कुमार व उनकी टीम ने जेएलएनएमसीएच में अधिकारियों के साथ बैठक कर अस्पताल के नक्शे व रूप-रेखा पर बात की. आर्किटेक्ट अशोक ने बताया कि मैप में सात पॉकेट बनाये गये हैं.
इसका डीपीआर दो माह में तैयार हो जायेगा. छह माह के अंदर काम शुरू हो जायेगा. पूरे भवन को तैयार होने में तीन साल लगेंगे. उन्होंने बताया कि अस्पताल का सर्वे करने के बाद मैप तैयार कर लिया गया है. 12 मंजिल का अस्पताल होगा. इसमें मरीजों के लिए कई सुविधाएं होंगी. इस मौके पर आर्किटेक्ट संतोष त्रिपाठी, रजनीश कुमार, प्राचार्य डॉ अर्जुन कुमार सिंह, अधीक्षक डॉ विनोद प्रसाद, अस्पताल प्रबंधक चंद्रकांता सहित अन्य मौजूद थे.
पढ़ाई के साथ इलाज की सुविधा : माउंट कारमेल स्कूल के पास से लेकर हाउसिंग बोर्ड तक की जमीन पर यह अस्पताल तैयार होगा. आर्किटेक्ट अशोक ने बताया कि पहले फेज में पांच सौ करोड़, दूसरे में तीन सौ व तीसरे फेज में सौ करोड़ रुपये खर्च होने हैं. जरूरत के अनुसार इसमें वृद्धि भी हो सकती है. प्राचार्य डॉ अर्जुन कुमार सिंह ने बताया कि सौ एमबीबीएस की सीट बढ़ कर 250 सीट व 714 बेड से बढ़ कर 1800 बेड का यह अस्पताल हो जायेगा. इसमें कॉर्डियोलॉजी, यूरोलॉजी, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, न्यूरो, एफएमटी (पोस्टमार्टम हाउस) सहित अन्य विशेष विभागों को भी खोला जायेगा. इसके अलावा 1200 सीट का ऑडिटोरियम भी बनाया जायेगा. अस्पताल में जरूरत के मुताबिक नये-नये आधुनिक उपकरण भी लगाये जायेंगे.
पुराना अस्पताल बनेगा परिजन बसेरा
अधीक्षक डॉ विनोद प्रसाद ने बताया कि नये भवन में अस्पताल शिफ्ट होने के बाद पुराने अस्पताल को परिजनों के रहने के लिए बनाया जायेगा. इसके अलावा विभागीय कार्यो के लिए अलग-अलग विभाग बनाया जायेगा.
क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
दुर्घटना के शिकार मरीजों का तुरंत बेहतर उपचार
हृदय रोग के मरीजों का ऑपरेशन
760 की जगह 1800 बेड
आधुनिक उपकरणों से लैस आइसीयू
पढ़ाई व सेमिनार के लिए आधुनिक क्लास रूम व ऑडिटोरियम