भागलपुर: पिछले दिनों सबौर के वंशीटीकर में पुलिस छापेमारी में अवैध मिनीगन फैक्टरी पकड़े जाने के बाद यह आशंका बढ़ गयी है कि इस तरह की फैक्टरियां अन्य इलाकों में भी हो सकती है. पुलिस को आशंका है कि आगामी विधानसभा चुनाव में हिंसा फैलाने के उद्देश्य से ये हथियार बनाये जा रहे हैं. इसको लेकर पुलिस हथियार तस्करों के प्रति सतर्क हो गयी है.
मुंगेर में अवैध हथियार बनानेवाले अब भागलपुर में मिनीगन फैक्टरी लगा रहे हैं. बताया जा रहा है कि हथियार तस्कर भागलपुर, बांका व झारखंड के विभिन्न हिस्सों में मिनीगन फैक्टरी लगा कर पंचायत चुनाव में हिंसा फैलाने की तैयारी में लगे हैं. सूत्रों की मानें तो हथियार तस्करी से जुड़े लोगों को पंचायत चुनाव में अपराधियों को हथियार सप्लाई करने का बड़ा एसाइनमेंट मिला है. अब तक दर्जनों पंचायतों में अवैध हथियार सप्लाई हो चुका है. इस अापराधिक नेटवर्क में कई बड़े लोग शामिल हैं. पुलिस ऐसे लोगों की गतिविधि को ट्रेकिंग कर रही है. पुलिस पता लगा रही है कि मुंगेर के कारीगर से किन-किन लोगों का कनेक्शन भागलपुर में जुड़ा है. पंचायतों के किन लोगों का हथियार तस्करों से संपर्क चल रहा है. किन-किन प्रत्याशियों के समर्थक चुनाव के दौरान गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं. तीन दिन पहले सबौर बंशीटीकर गांव में होमियोपैथिक चिकित्सक मो अली इमाम के घर मिनीगन फैक्टरी पकड़ी गयी थी. यहां भी मुंगेर से कारीगर बुला कर हथियार निर्माण कराया जा रहा था. पुलिस ने छापेमारी में अर्द्धनिर्मित कट्टा व भारी मात्रा में हथियार सामग्री बरामद की थी. इस मामले में मो अली व उसके बेटे मो तबरेज को पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत न्यायिक हिरासत से जेल भेजा है. सूत्रों की मानें तो वरीय पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर जिला एसटीएफ, श्वान दस्ता व साइबर तकनीकी सेल के अलावे कई पुलिस अफसरों की टीम लगातार अवैध हथियार व विस्फोटक सामग्री पकड़ने में लगी है.
पिछले चुनाव में पकड़ी गयी चार मिनीगन फैक्टरियां. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पुलिस ने लोदीपुर , गोराडीह व सबौर क्षेत्र में चार मिनीगन फैक्टरी पकड़ी थी. गोराडीह के डहरपुर गांव में मो टुन्ना के बगीचे में भारी मात्रा में अवैध हथियार व हथियार बनाने की सामग्री पकड़ी गयी थी. मौके से हथियार बनाने वाले कारीगर भाग निकले थे. गोराडीह थाना क्षेत्र के ही भयगांव से मो साहाब के घर पर पुलिस ने छापेमारी कर मिनीगन फैक्टरी पकड़ी थी.