भागलपुर: सांसद श्री मंडल जिला अतिथि गृह में पत्रकारों से मुखातिब थे. श्री मंडल ने कहा कि किसानों के लिए सबसे जरूरी चीज जुताई-बुआई के लिए ट्रैक्टर व पंपिंग सेट होता है. इन उपकरणों को सस्ता करने का विजन इस बजट में नहीं है. सिंचाई के लिए डीजल जरूरी है. पूरे विश्व में डीजल का दाम छह गुना तक कम हो गया लेकिन केंद्र सरकार इसकी कीमत बढ़ाने पर तुली हुई है. किसान आठ गुना महंगा खाद और दुुगुनी कीमत पर बीज खरीदता है.
खाद-बीज किसान को समय पर उचित दर पर मिले, इसकी व्यवस्था भी इस बजट में नही है. किसानों को उसके उत्पादों की अच्छी और वाजिब कीमत मिले, इसकी भी चिंता इस बजट में नहीं है. रही बात फसल बीमा की तो इसमें भी गड़बड़ी किसी से छिपी नहीं है. सभी को मालूम है कि खेतों में किसान खेती करता है और जब क्षतिपूर्ति का मौका आता है तो खेत का मालिक इसे ले उड़ता है.
पूर्ववर्ती सरकार की आलोचना छोड़ अपने वादे पूरा करें पीएम : सांसद श्री मंडल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के जरिये कांग्रेस के 60 साल के शासनकाल की आलोचना छोड़ अपने वादों को पूरा करने पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि पीएम भागलपुर में एम्स जैसे हाॅस्पिटल, केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना और मेगा कलस्टर योजना देने, हर साल दो करोड़ नौकरियां देने, बुलेट ट्रेन चलाने व विदेश में जमा काले धन को लाने के वायदे को पूरा करें. जनता ने उन्हें जनादेश काम करने के लिए दिया है न कि कांग्रेस शासनकाल की गलतियों का रोना रोने के लिए.
स्कूल मानकों को पूरा नहीं करते : सांसद ने कहा कि कई स्कूल मानकों को पूरा नहीं करते. इससे अभिभावकों को परेशानी होती है. ऐसे स्कूल पर नकेल कसने की जरूरत है.
पुल का होगा शिलान्यास : श्री मंडल ने कहा कि उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, सीएम नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात कर विक्रमशिला पुल के समानांतर चार या छह लेन के पुल की मांग की थी.
सीएम श्री कुमार के दौरे के बाद यह उम्मीद जग गयी है कि जल्द ही इसे अमलीजामा पहनाया जा सकेगा. वर्तमान विक्रमशिला पुल राजद के शासनकाल में बना था और इसके समानांतर पुल भी नीतीश कुमार के मुख्य मंत्रित्वकाल में बनेगा.
स्वस्ति नित्या को दी बधाई
सांसद श्री मंडल ने भागलपुर की बिटिया स्वस्ति नित्या को जीटीवी के इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज का खिताब जीतने पर बधाई दी है.
देश का हर नागरिक देश प्रेमी
सांसद ने जेएनयू एवं रोहिता वेमुला प्रकरण पर कहा कि देश में असहिष्णुता का वातावरण है. सत्ता पक्ष के लोगों की प्रताड़ना से दलित रोहित वेमुला को आत्महत्या करनी पड़ती है और एचआरडी मिनिस्टर उसके परिजनों को न्याय देने के बजाय संसद में प्रमाण लहरा रही है. कन्हैया को सच्ची बात करने पर देशद्रोेह के आरोप में फंसाकर जेल भेज दिया जाता है जिसे सबूतों के अभाव में हाइकोर्ट बाद में जमानत पर छोड़ देता है.