भागलपुर: अंशुराज की मौत के बाद आंदोलन में गिरफ्तार छात्रों की रिहाई व मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांगों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का अनशन तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा.
कार्यकर्ताओं की बिगड़ती जा रही स्थिति की सूचना मिलने के बाद तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति व प्रतिकुलपति के निर्देश पर डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार शाम को अनशनकारियों से मिलने पहुंचे. इससे पूर्व भुस्टा के महासचिव डॉ शंभु प्रसाद सिंह भी अनशनकारियों से मिले. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी अनशनकारियों से मिले.
श्री चौबे ने डीएम से अविलंब छात्रों की रिहाई करने की मांग की. डीएसडब्ल्यू डॉ पोद्दार ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि छात्रों को रिहा किया जाये और विश्वविद्यालय थाना के जीप चालक की गिरफ्तारी हो. प्रशासन इन छात्रों का अनशन समाप्त करने के लिए आगे आये. जेल में बंद छात्र वास्तव में अपराधी नहीं हैं. उन्हें भीड़ में पकड़ा गया है. भुस्टा के महासचिव डॉ सिंह ने कहा कि पुलिस ने जिन छात्रों की गिरफ्तारी की है, वे निदरेष हैं.
विश्वविद्यालय संगठन मंत्री शिवशंकर सरकार ने कहा कि जिलाधिकारी अनशनकारियों से नहीं मिले, यह उनके अहंकार को दर्शाता है. छात्र सारे शिक्षण संस्थानों को बंद कर जिलाधिकारी का घेराव करेंगे. अनशन पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रवि कुमार, नगर मंत्री आनंद कुमार, अजय राम, मिथिलेश कुमार, आशुतोष कुमार, महेश यादव, नीरज यादव, कौशल मिश्र, मिथिलेश कुमार बैठे हैं. इनमें कई छात्रों की स्थिति बिगड़ने लगी है. अब तक दो बार चिकित्सकों ने उनकी स्वास्थ्य की जांच कर ली है.