भागलपुर: समय रहते लोगों की सजगता काम आयी और धंसने से बच गया चंपा पुल. इसके साथ ही एक बड़ा हादसा टला. ज्ञात हो कि शहर में घर, बाइक, दुकान और मठ-मंदिरों को निशाना बनाने के बाद चोरों ने चंपा पुल को निशाना बनाया है. अपनी आयु सीमा खो चुके चंपा पुल के जजर्र लोहे के कई एंगल चोरों ने चुरा लिये. याद रहे कि इस पुल की जजर्र स्थिति को लेकर इस पर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगी है और यहां पर दिन-रात पुलिस की तैनाती है.
बावजूद इसके पुलिस और राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर के इंजीनियर को चोरी की भनक नहीं लगी. चोर चोरी करते रहे और पहले से कमजोर पुल और कमजोर होता गया. दूसरी ओर इस पर वाहनों की रफ्तार और संख्या भी कम नहीं हुई. यह तो चमत्कार ही था कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. वरना उलटा पुल हादसे की तरह एक और बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था. कई जानें जा सकती थीं. एंगल कट जाने से पहले से ही कांपनेवाले पुल की कंपन और बढ़ गयी. इसको भांपते हुए स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना तत्काल ही विभाग को दी. सूचना पर पुल का निरीक्षण करने गये इंजीनियरों के हाथ-पांव फूल गये. तत्काल मरम्मत का काम शुरू किया गया और एक बड़ा हादसा टल गया. पिछले तीन दिन से चोरों द्वारा काटे गये एंगल को जोड़ने का काम चल रहा है, पर अब तक चोरी गये सभी एंगल की भरपाई नहीं हो सकी है.
अब मार्च तक काम पूरा करने का दावा
राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर के इंजीनियर ने मार्च तक मेंटेनेंस कार्य पूरा करने का दावा किया है. इसके लिए टेंडर भी कराया गया है और कांट्रैक्टर के साथ एग्रीमेंट भी किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में चोरी हुए एंगल को जोड़ा जा रहा है. इसके बाद चंपा नदी के मुख्य धार के तीन पाया को बोल्डर डाल कर बचाया जायेगा. उन्होंने बताया कि मेंटेनेंस कार्य पर 24 लाख रुपये की लागत आयेगी.