भागलपुर : गैस की डिलेवरी देकर अपनी परिवार का भरण-पोषण करने वाले संजीव की बुधवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी. हत्या के तह में जाने पर और मृतक के भाई के आरोपों को माने तो यह स्पष्ट होता है कि कर्ज में लिये गये रुपये से शुरू हुई अदावत की कहानी जर(जमीन) पर ठहरी और इसी जमीन को बचाने में संजीव की जान चली गयी. बरारी थानाक्षेत्र के सुर्खीकल निवासी स्व सुरेश साह के पांच बेटे शिवनंदन साह, दिलीप कुमार साह, कैलाश साह, नवीन साह, संजीव साह थे. शिवनंदन साह की वर्ष 2001 में लॉ कालेज लेन के समीप गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी.
इसमें गोपालपुर थानाक्षेत्र के तीनटंगा निवासी अजय यादव को हत्यारोपी बनाया गया था. संजीव ने शिवेंद्र साह निवासी तिलकामांझी हटिया रोड से वर्ष 2011 में बतौर कर्ज 1.5 लाख रुपये लिया था. सूत्रों की माने तो यह रुपये शिवेंद्र ने संजीव को उसकी जमीन के एवज में दिया था. हालांकि इस बात को संजीव का भाई दिलीप साह इनकार कर रहा था. इसके बाद शिवेंद्र ने कोर्ट केस किया जिसमें संजीव को जेल जाना पड़ा. बकौल दिलीप, संजीव ने कर्ज दे दिया था बावजूद हमलावरों ने बुधवार को उसकी जान ले ली.