नाथनगर : प्रखंड की नूरपुर पंचायत स्थित मध्य विद्यालय नूरपुर में सोमवार को ग्रामीण व छात्रों ने ताला जड़ दिया. ग्रामीणों ने इससे पूर्व विद्यालय प्रांगण से छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को बाहर निकाल दिया. ग्रामीणों ने बीडीओ से मांग की है कि जबतक विद्यालय में छात्रों की संख्या के अनुपात में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं की जायेगी,
तबतक विद्यालय में ताला लगा रहेगा. तालाबंदी के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की और शिक्षिका कविता कुमारी व रीना कुमारी को विद्यालय से हटाने की मांग की. ग्रामीण गोपाल दास, अनिल दास, अरविन्द दास, विनोद कुमार रंजन, रामचरण दास, सुभाष दास आदि ने आरोप लगाया कि इन शिक्षिकाओं की पठन-पाठन में कोई रुचि नहीं है और न ही छात्रों के साथ व्यवहार ही शालीन है.
ज्ञात हो कि मध्य विद्यालय नूरपुर में 13 फरवरी को सरस्वती पूजा के दौरान शाम में कुछ ग्रामीण प्रसाद खाने स्कूल पहुंचे. लेकिन नया टोला चौहदी के कुछ युवक ने ग्रामीणों को प्रसाद नहीं दिया. इस पर छात्र व ग्रामीणों के बीच मारपीट व लाठी डंटे भी चले जिसमें कई छात्र चोटिल भी हो गये थे. देर रात दो पक्षों के ग्रामीण द्वारा मामला शांत कराया गया. रविवार को शांतिपूर्वक प्रतिमा विसर्जन करने के बाद सोमवार को स्थानीय महादलित टोला के ग्रामीणों ने मधुसूदनपुर थाना में शिकायत की. थानाध्यक्ष द्वारा आवेदन स्वीकार नहीं करने पर ग्रामीणों ने स्कूल में ताला जड़ दिया. ग्रामीणों ने प्रधान
भारती कुमारी के साथ बैठक की. बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षिका कविता व रीना कुमारी को हटाया जाये. इसके बाद ही विद्यालय खुलेगा. ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षकों को लेकर बीडीओं को आवेदन दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. बीडीओ को शैक्षणिक व्यवस्था से अवगत कराया गया कि विद्यालय में 400 सौ छात्र-छात्राएं हैं, जबकि प्रधानाध्यापिका सहित तीन शिक्षक के भरोसे महादलित छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक व्यवस्था है.