बुनकरों की मानें तो गलत सरकारी नीतियों के कारण बुनकरों को सुविधा नहीं मिल पा रही है. सुविधा के अभाव में बुनकरों को ठंड व बरसात में ऑर्डर मिलते भी हैं, तो समय पर कपड़ा तैयार नहीं हो पाता है. सूत की रंगाई करना, सूत को सुखाना, कपड़ा की फिनिशिंग करना आदि काम ठंड व बरसात में नहीं हो पाता है. इसके लिए गरमी वाले लगन के मौसम का इंतजार करना पड़ता है. उस समय ऑर्डर भी अधिक से अधिक होते और काम भी बेहतर हो पाता है.
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बुनकरों को अब लगन का इंतजार
भागलपुर: दिसंबर से चार माह तक सिल्क उद्योग में मंदी रहेगी. बुनकरों को अब लगन का ही इंतजार है. लगन आने पर ही आॅर्डर आना शुरू होगा. उनके करघा में तेजी आयेगी आैर कारोबार बढ़ेगा. बुनकरों की मानें तो गलत सरकारी नीतियों के कारण बुनकरों को सुविधा नहीं मिल पा रही है. सुविधा के अभाव […]
भागलपुर: दिसंबर से चार माह तक सिल्क उद्योग में मंदी रहेगी. बुनकरों को अब लगन का ही इंतजार है. लगन आने पर ही आॅर्डर आना शुरू होगा. उनके करघा में तेजी आयेगी आैर कारोबार बढ़ेगा.
बुनकरों की मानें तो गलत सरकारी नीतियों के कारण बुनकरों को सुविधा नहीं मिल पा रही है. सुविधा के अभाव में बुनकरों को ठंड व बरसात में ऑर्डर मिलते भी हैं, तो समय पर कपड़ा तैयार नहीं हो पाता है. सूत की रंगाई करना, सूत को सुखाना, कपड़ा की फिनिशिंग करना आदि काम ठंड व बरसात में नहीं हो पाता है. इसके लिए गरमी वाले लगन के मौसम का इंतजार करना पड़ता है. उस समय ऑर्डर भी अधिक से अधिक होते और काम भी बेहतर हो पाता है.
बुनकरों की परेशानी : बुनकर संघर्ष समिति के अध्यक्ष नेजाहत अंसारी का कहना है कि अप्रैल में लगन की धूम होगी और जलवायु भी गरम हो जायेगा. उसी समय बुनकरों के चेहरे खिल सकेंगे. पहले जब यहां सुविधा थी, तो किसी मौसम का बुनकरों को इंतजार नहीं करना पड़ता था. बुनकर अशफाक अंसारी का कहना है कि बरसात व ठंड के दिनों में ऑर्डर मिलने पर भी बुनकर समय पर कपड़ा तैयार नहीं कर पाते, चूंकि यहां के बुनकरों को कपड़ा फिनिशिंग कराने के लिए दूसरे प्रदेश का सहारा लेना पड़ता है. मो सिकंदर, सज्जन कुमार, मो ईशा का भी यही कहना है कि पिछले वर्ष तो कुछ ऑर्डर भी आये थे. इस बार ठंड के दिनों में कोई ऑर्डर नहीं आ रहे हैं. अब लगन का ही इंतजार है. मो सिकंदर ने बताया कि इसी कारण अब उलेन का सूत लाकर उलेन के कपड़े भी तैयार कर रहे हैं, ताकि इस धंधे में बने रहने के लिए कुछ न कुछ करते रहें.
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