भागलपुर : जनता दरबार में शिकायत लेकर पहुंचने वाले मर्ज की सूची प्रत्येक गुरुवार को बढ़ जाती है. विभिन्न स्तर से आयी 3000 से अधिक शिकायत किसी न किसी कारण से लंबित हैं. इसके आवेदक कभी जिला, तो कभी संबंधित विभाग का चक्कर लगा रहे हैं. प्रत्येक गुरुवार को लगनेवाले दरबार में कई नये आवेदक आते हैं,
तो कई प्रशासनिक निर्देश के बावजूद समस्या का समाधान नहीं होने को लेकर दोबारा आवेदन देते हैं. कुल मिलाकर जनता दरबार दौड़ाने वाला सिस्टम हो गया है, जहां मर्ज की सूची लंबी है. अधिकतर जनता दरबार में सबसे अधिक मामले जमीन से जुड़े होते हैं. इनमें अंचल स्तर पर दाखिल-खारिज का नहीं होना,
जमीन पैमाइश में अंचल स्तर पर हो रही गड़बड़ी मुख्य रूप से रहती है. दूसरे मामले में इंदिरा आवास व मनरेगा स्कीम से जुड़े होते हैं, जिसमें आवेदक स्थानीय पदाधिकारी पर स्कीम में शामिल नहीं करने का आरोप लगाते हैं. दूसरी तरफ आवेदन के निबटारे में देरी होने से आवेदक टूट जाते हैं. आवेदन की स्थिति को लेकर जिला के अलावा संबंधित विभाग तक दौड़ लगाना जारी रहता है.