भागलपुर: बूढ़ानाथ चौक से लापता हुए सभी बच्चे सकुशल अपने घर लौट आये हैं. दो बच्चे सोमवार की शाम में ही लौट आये थे, जबकि दो बच्चे मंगलवार सुबह लौटे. इसमें राजकुमार (14) पिता तनुज दास व प्रेम कुमार (15) पिता स्व सुनील पंडित शामिल हैं.
दोनों दिगंबर सरकार लेन के हैं. बच्चों ने अपहरण की जो कहानी पुलिस को बतायी थी, वह झूठी निकली. किसी बच्चे को मारुति सवार तीन लोग लेकर नहीं भागे थे, बल्कि सारे बच्चे दिल्ली घूमने के लिए घर से निकले थे. बच्चे घर से भागलपुर स्टेशन पहुंचे और मंगलवार सुबह में ट्रेन पकड़ कर दिल्ली के लिए चल पड़े, लेकिन जमालपुर स्टेशन पर चारों बच्चे उतर गये. जहां उनको मुहल्ले के राजेश चाचा ने देख लिया.
इस भय से बच्चे जमालपुर स्टेशन में रहे. शाम में अमन व विशाल रोने लगे. दोनों को भूख लग गयी थी. इसलिए राजकुमार व प्रेम ने अमन व विशाल को यह कह कर घर भेजा कि घर से पैसे व खाना लेकर जमालपुर आ जाना, फिर सभी लोग दिल्ली जायेंगे. यहीं पर चारों बच्चों ने मनगढंत कहानी बनायी. सोमवार शाम में लौटे अमन व विशाल ने पुलिस को बताया था कि मारुति सवार लोग दोनों को परबत्ती की ओर से जमालपुर ले गये थे. मारुति पर पहले से राजकुमार व प्रेम बैठा था. बच्चों ने बताया कि घर में पिटाई के भय से उनलोगों ने झूठी कहानी बनायी. प्रेम ने बताया कि उसके दादा जी उसे पीटते हैं. इस कारण उसने दिल्ली जाने का मन बनाया. वह अपने साथ विशाल, अमन व राजकुमार को भी ले लिया. विशाल व अमन ने बताया कि दिल्ली घूमने का मन था, इसलिए घर से भागे थे.