भागलपुर : पहाड़ों पर गिरी बर्फ का असर अब भागलपुर की आबोहवा पर पड़ने लगा है. वायुमंडल में बिखरी सर्द ने हवाओं की गलबहियां ने लोगों को ठिठुरने को मजबूर कर दिया. रोजाना की अपेक्षा उत्तर-पूर्वी हवा की गति तीन गुना हो गयी और 24 घंटे में ही रात का पारा साढ़े चार डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया. अगर दिन भर धूप की गुनगुनाहट न रहीं होती, तो दिन में भी सर्दी और कहर ढाया होता.
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले पांच दिनों तक ऐसे ही सुबह-शाम और रात ठिठुरेगी और दिन में गुनगुनी धूप रहेगी. आमतौर पर उत्तर में हिमालय क्षेत्र और पूरब में कश्मीर क्षेत्र में 20 दिसंबर से बर्फबारी होती है, लेकिन इस बार एक सप्ताह पहले ही इन स्थानों पर बर्फबारी हो गयी, जिससे समूचे हिमालय क्षेत्र में ठिठुरन बढ़ गयी. मंगलवार को अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 8.2 डिग्री सेल्सियस था जो सोमवार के मुकाबले मंगलवार के न्यूनतम तापमान में पारा 4.6 डिग्री सेल्सियस नीचे है.
मंगलवार को आर्द्रता 92 प्रतिशत रहा, जबकि हवाओं की गति रोजाना की अपेक्षा तीन गुना बढ़ गयी. मंगलवार को दो किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पूर्वी हवा चली. सुबह गलन बढ़ी, तो लोगों की परेशानियां बढ़ गयी. विशेष कर वे लाेग जिन्हें सुबह-सुबह घर से निकलना पड़ता है. मौसम वैज्ञानिक डॉ सुनील कुमार बताते हैं कि अगले चार-पांच दिनों तक दिन का पारा 22.8 डिग्री के आसपास रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान आठ से नौ डिग्री सेल्सियस के बीच.सूर्य के डूबने से लेकर अगले दिन उगने तक ठिठुरन, कोहरे से भरी होगी. हवा लोगों काे चुभेगी.