भागलपुर: बूढ़ानाथ मंदिर 507 वर्ष पुराना है. जगद्गुरु शंकराचार्य के पदार्पण और यहां पर उनके अनुष्ठान से लोगों शक्ति मिली और जागरूकता आयी. उक्त बातें बाबा बूढ़ानाथ मंदिर के महंत शिवनारायण गिरि ने सोमवार को जगद्गुरु सेवा समिति की ओर से बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में आयोजित श्रीराम व श्रीकृष्ण कथा कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान कही. इससे पहले महंत शिवनारायण गिरि एवं मेयर दीपक भुवानियां दीपू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
महंत श्री गिरि ने कहा कि हमलोगों को इस कार्यक्रम में जगद्गुरु के प्रवचन का अनुसरण करना चाहिए और यहां ऐसा कार्यक्रम होता रहे, ऐसी प्रार्थना करनी चाहिए. मेयर श्री भुवानियां ने कहा कि गंगा तट पर स्थित बाबा बूढ़ानाथ प्रांगण में आध्यात्मिक कार्यक्रम होना सराहनीय है.
इसी बहाने लोगों को संतों का दर्शन का लाभ मिल रहा है. इसके बाद कटिहार से पधारे आचार्य गिरिशानंद महाराज ने कृष्णा गोविंद-गोविंद गोपाल नंद लाल..भजन गाया तो श्रद्धालु विभोर हो उठे. इसी दौरान उन्होंने श्रीराम कथा के महत्व समझाया. फ्लाइट लेट होने से जगद्गुरु दिव्यानंद तीर्थ देर रात पहुंचे और बाबा बूढ़ानाथ की पूजा-अर्चना की. इस मौके पर अध्यक्ष श्रवण बाजोरिया, पार्षद संतोष कुमार, संजय सिन्हा, रंजन सिंह, गणोश शर्मा, कुसुम शर्मा, गोपाल भारती गौड़ आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम में सुरेश भिवानीवाला, श्यामल बाजोरिया, गोपाल खेतड़ीवाल, बबलू शर्मा, मुन्ना गांधी, संजीव सिंह आदि का योगदान रहा.