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टमाटर अब भी लाल, तेवर में आलू

टमाटर अब भी लाल, तेवर में आलू-पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष नहीं गिरे सब्जी के भाव – आसपास के क्षेत्रों में खूब उपजा है फूल गोभी व सब्जियां – हजारीबाग व अन्य स्थानों से मंगाये जा रहे हैं टमाटर फोटो नंबर : नेट से लगा सकते हैं…संवाददाता, भागलपुर सभी खाने-पीने की चीजों पर […]

टमाटर अब भी लाल, तेवर में आलू-पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष नहीं गिरे सब्जी के भाव – आसपास के क्षेत्रों में खूब उपजा है फूल गोभी व सब्जियां – हजारीबाग व अन्य स्थानों से मंगाये जा रहे हैं टमाटर फोटो नंबर : नेट से लगा सकते हैं…संवाददाता, भागलपुर सभी खाने-पीने की चीजों पर महंगाई की मार है. इसका कारण उत्पादन कम होना और जमाखोरी है. लेकिन कोई ऐसा कारण नहीं कि सब्जी के भाव में गिरावट नहीं हो. अभी भी पिछले वर्ष की तुलना में सब्जी के भाव नहीं गिरे हैं, जबकि कहा जाता है कि सर्दी के मौसम में सब्जियों के भाव गिरते हैं. इस बार टमाटर के भाव 40 रुपये हैं, जाे पिछले वर्ष 20 से 25 रुपये किलो बिक रहे थे. आलू के भाव एक सप्ताह के अंदर दो रुपये प्रति किलो बढ़ गये हैं, जो 12 से बढ़ कर 14 रुपये किलो बिक रहे हैं. अब भी निम्न मध्यवर्गीय लोगों की थाली में हरी सब्जियों की कमी दिख रही है. पिछले वर्ष से कुछ हरी सब्जियों के दाम दुगुनी-तिगुनी बढ़ी दिख रही हैं. हालांकि हरी सब्जियों के भाव जितना चढ़े थे, गिरे भी हैं. सब्जी दुकानदार मुन्ना ने बताया कि सब्जी के भाव गिर रहे हैं. पिछले वर्ष की तुलना में अब भाव चढ़े हैं. इसका कारण दलहन, तेलहन समेत अन्य खाद्यान्न के भाव बढ़ना भी है. टमाटर इस बार अभी स्थानीय खेतों से बाजार में नहीं आया है. इसे हजारीबाग, रांची, बेंगलुरू आदि स्थानों से मंगाया जा रहा है. यहां से आती हैं सब्जियांदूसरे सब्जी दुकानदार फंटूस ने बताया कि कुछ ऐसी भी सब्जी हैं, जिसका सीजन ऑफ होने के बाद दाम बढ़े हैं. जैसे परवल, भिंडी, नेनुआ आदि. परवल दलसिंहसराय, लखीसराय से, भिंडी चवनिया दियारा से व नेनुआ विक्रमशिला से आता है. टमाटर बेंगलुरू से आता है. शिमला मिर्च व मटर, बीट (चुकुंदर) कोलकाता से, मूली जीछो-सरधो, धनकर, हरी मिर्च शिवनारायणपुर, मिर्जा चौकी आदि स्थानों से मंगाया जाता है. हर जगह पर सब्जियों की उपज ठीकठाक हुई है. इस बार ट्रांसपोर्टिंग खर्च भी नहीं बढ़ा है. अधिकतर सब्जियों के भाव 20 से 30 फीसदी बढ़े हैं. उन्होंने बताया कि आसपास के क्षेत्रों में भी खूब सब्जी उपजाया गया है, लेकिन महंगाई का असर दिख रहा है. कहती हैं गृहिणी गृहिणी प्रेमलता देवी ने बताया कि हरी सब्जियों के दाम बढ़ने-घटने से पता नहीं चलता है. लगता है कि दुकानदार ठग रहा है. वहीं दूसरी गृहिणी शिवानी रानी ने बताया कि मौसमी सब्जी के भाव बढ़ने से घर के बजट पर असर पड़ता है. ऑफ सीजन वाली हरी सब्जियों से इस लिए परहेज किया जा सकता है, लेकिन मौसमी हरी सब्जियों से कैसे परहेज करें. सब्जी पिछले वर्ष के भाव वर्तमान भाव फुल गोभी 5-10 रुपये फूल आठ से 20 रुपये फूलपत्ता गोभी 10-15 रुपये किलो 16 -20 रुपये किलो परवल 20 रुपये किलो 20-30 रुपये किलोमूली 8-10 रुपये किलो 8-10 रुपये किलोविंस 40 रुपये किलो 40 रुपये किलोमटर 50 रुपये किलो 140 रुपये किलोनैनुआ 20 रुपये किलो 25 रुपये किलोटमाटर 25 रुपये किलो 40 रुपये किलोगाजर 15 रुपये किलो 50रुपये किलो बैगन भटा 20 रुपये किलो 20 से 30 रुपये किलो सिम 20रुपये किलो 40-50 रुपये किलो प्याज 22 रुपये किलो 35 रुपये किलो

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