भागलपुर: फॉर्म नहीं भरने देने व परीक्षा तिथि नहीं बढ़ाने के विरोध में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के गेट के सामने टीएनबी लॉ कॉलेज के छात्रों ने मंगलवार को हंगामा किया. बावजूद इसके मांग पर कोई सुनवाई नहीं होने पर छात्रों ने विवि गेट के सामने सड़क जाम कर दिया. करीब आधे घंटे तक सड़क जाम रखा.
कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके पांडेय ने छात्रों को समझाया और बुधवार को कॉलेज में उनसे मिलने कहा. प्राचार्य ने कहा कि मिल बैठ कर बात करने के बाद हल निकल जायेगा. हंगामा करनेवालों में एलएलबी दूसरे सेमेस्टर (सत्र 2015-16) व एलएलबी छठे सेमेस्टर (सत्र 2014-15) के छात्र शामिल थे. इससे पहले छात्रों को हंगामा करता देख विवि प्रशासन ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके पांडेय को बुलाया. प्राचार्य की गाड़ी जैसे ही प्रशासनिक भवन परिसर पहुंची, छात्र गाड़ी पर चढ़ कर नारेबाजी करने लगे और घेराव कर लिया. प्राचार्य को आधे घंटे तक घेरे रहा.
देर शाम तक छात्र प्रशासनिक भवन परिसर में जमे हुए थे. मेन गेट के सामने सड़क जाम होने के कारण प्रतिकुलपति अपनी गाड़ी से केंद्रीय पुस्तकालय होते हुए अपना आवास गये. बीसीआइ के इंट्रेंस में भी भाग नहीं ले सके : एलएलबी छठे सेमेस्टर के छात्रों ने बताया कि उनकी परीक्षा एक साल विलंब से आयोजित हो रही है. अगर दुर्गापूजा से पहले परीक्षा ले ली जाती, तो वे बार काउंसिल ऑफ इंडिया के इंट्रेंस में भी शामिल हो जाते. लेकिन अब नहीं हो सकते. बार काउंसिल ऑफ इंडिया का इंट्रेंस नवंबर के तीसरे सप्ताह में होना तय है. एक तो अपनी क्लास की परीक्षा में एक साल विलंब हुआ और ऊपर से बीसीआइ के इंट्रेंस के लिए भी एक साल का इंतजार करना होगा.
निर्णय : परीक्षा तिथि बदलेगी, फॉर्म पर प्राचार्य लेंगे निर्णय
छात्रों के हंगामे के दौरान प्रतिकुलपति प्रो एके राय व टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके पांडेय के बीच विचार-विमर्श हुआ. प्रतिकुलपति ने बताया कि पांच नवंबर को पूर्णिया व कोसी इलाके में विधानसभा चुनाव है. बड़ी संख्या में छात्र मतदान करेंगे. लिहाजा परीक्षा कार्यक्रम संशोधित किया जायेगा. उन्होंने बताया कि फॉर्म भरने की अनुमति देने का काम प्राचार्य का होता है. प्राचार्य यह तय करेंगे कि छात्रों की क्लास में उपस्थिति पूरी हुई है या नहीं. वे उपस्थिति को लेकर अंडरटेकिंग भी ले सकते हैं. इसके बाद वे निर्णय लेने में सक्षम हैं.