नवगछिया. रंगरा ओपी थाना क्षेत्र के सधुवा गांव से विनोद सिंह(40) का अपहरण कर लिये जाने का मामला प्रकाश में आया है. परिजनों को हत्या कर दिये जाने की आशंका है. मामले की मौखिक सूचना पर रंगरा ओपी प्रभारी अनि सुचित कुमार देर रात तक कोसी दियारा में छापेमारी कर रहे थे.
हालांकि पुलिस कह रही है कि विनोद सिंह लापता है. वह हिमाचल प्रदेश में मजदूरी करता है. तीन दिन पहले वह घर आया है. ग्रामीण सूत्रों और परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार शाम में विनोद सिंह को चापर हाट से अपराधियों ने अपने कब्जे में लिया और चापर गांव की ओर ले गये. पिता सधुवा निवासी महेंद्र सिंह का कहना है कि उसके पुत्र को लापता करवाने में शातिर डिंपल यादव का हाथ है. डिंपल यादव पुलिस का फरारी है. वह हत्या मामले में फरार चल रहा है.
दूसरी तरफ पुलिस कर रही है कि अब तक परिजनों ने न तो लिखित आवेदन दिया है और न ही किसी का नाम ही बताया है. परिजनों के अनुसार विनोद तीन दिन पहले ही गांव दशहरा में आया था. परिजनों ने यह भी कहा कि उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी. अपहरण का कारण पर परिजन चुप्पी साध ले रहे हैं.
इधर रंगरा ओपी के थानाध्यक्ष सुचित कुमार दल बल के साथ देर रात संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रहे थे. सुचित कुमार ने बताया कि विनोद यहां नहीं रहता था. वह लंबे समय से हिमाचल प्रदेश में मजदूरी करता था. उन्होंने कहा कि वह आशंका के आधार पर छापेमारी कर रहे हैं. लिखित आवेदन मिलने पर सम्यक कार्रवाई की जायेगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विनोद सिंह की जलकर में रुची थी. इन दिनों जल कर पर डिंपल यादव व उसके गिरोह के अन्य सदस्यों का कब्जा है. कहा जा रहा है कि जल कर पर कब्जा और पुराने विवाद के कारण विनोद सिंह का अपहरण कर लिया गया है. मामले में एक ओर जहां पुलिस मामले को अब तक अपहरण नहीं मान रही है, वहीं परिजनों का खुल कर न बोलना कई बातों की ओर इशारा कर रहा है. विनोद का पूरा परिवार खौफ में हैं. परिवार के सदस्यों को अनहोनी की आशंका है.