भागलपुर: कुलपति व प्रतिकुलपति की नियुक्ति के लिए पटना की दौड़ काफी तेज है. बुधवार को आवेदन करने की अंतिम तिथि थी. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कई शिक्षक व पदाधिकारी इस कतार में आ गये हैं.
इनमें मुख्य रूप से देखें, तो भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति व प्रतिकुलपति ने भी कुलपति पद के लिए आवेदन कर दिया है. कुलपति व प्रतिकुलपति पदों के लिए आवेदन करनेवाले अधिकतर शिक्षक लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी में रहनेवाले बताये जा रहे हैं. इन नामों में स्नातकोत्तर विभागों के कुछ अध्यक्षों के नामों की चर्चा भी जोरों पर है.
कुलपति डॉ एनके वर्मा ने बताया कि उन्होंने कुलपति पद के लिए आवेदन कर दिया है. उन्होंने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के लिए आवेदन किया है. प्रतिकुलपति डॉ एनके सिन्हा ने बताया कि कुछ शुभचिंतकों ने उन्हें बार-बार आवेदन करने को कह रहे थे. आखिरकार सबकी बात मानते हुए आवेदन कर दिया. डॉ सिन्हा ने दो-चार विश्वविद्यालयों के लिए आवेदन करने की बात स्वीकारी, पर विश्वविद्यालयों का नाम बताने से इनकार कर दिया.
इस दौड़ में स्नातकोत्तर जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ मनीष चंद्र वर्मा के नाम की भी चर्चा हो रही थी, लेकिन डॉ वर्मा ने बताया कि उन्होंने आवेदन नहीं किया है. डॉ वर्मा ने यह भी बताया कि वे शिक्षक हैं और शिक्षक के रूप में ही सेवानिवृत्त होना चाहते हैं. कुलसचिव डॉ ताहिर हुसैन वारसी का नाम भी इस मामले में हर जुबान पर है, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ रहने के कारण पुष्टि नहीं हो सकी. विवि के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कुलपति व प्रतिकुलपति पदों पर नियुक्ति के लिए भागलपुर से जो आवेदन किये गये हैं, उनमें अधिकतर शिक्षक लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी में रहनेवाले हैं.
उनका कहना था कि 40 से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किया है. विवि का माहौल सोमवार से काफी सूना-सूना दिखा. हर तरफ कुलपति व प्रतिकुलपति की नियुक्ति पर ही चर्चा हो रही है. यह पूछने पर कि फलां अधिकारी कहां गये हैं, तो जवाब एक ही मिलता है कि यह किसी से छिपा नहीं है. दूसरी ओर चर्चा इस बात की भी हो रही है कि अधिकारियों व शिक्षकों के गायब होने की वजह से कई काम लटक रहे हैं, जबकि विवि के सिर पर परीक्षा का भार काफी अधिक है.