भागलपुर: मूलभूत समस्याओं को लेकर भागलपुर अपना शहर-सिटी ऑफ यूनिटी की ओर से घंटाघर चौक पर महाधरना दिया गया, इसमें हस्ताक्षर के जरिये लोगों ने व्यापक समर्थन किया. धरना में दो दर्जन से अधिक सामाजिक, व्यावसायिक संगठन के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. शिक्षविद्, चिकित्सकों, व्यवसायियों व आमलोगों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर महाधरना को सफल बनाया और नगर की समस्या के विरोध में आवाज उठायी.
धरना में वक्ताओं ने दुरावस्था, प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने नगर में आधारभूत संरचनाएं उपलब्ध कराने की विफलता पर गहरी चिंता व्यक्त की. वक्ताओं ने कहा कि राज्य का यह प्राचीन नगर अपनी गरिमा खो बैठा है.
सड़क की जजर्र अवस्था, पेयजल की कमी, बिजली आपूर्ति की दयनीय स्थिति, शहर के विभिन्न स्थलों पर कूड़े के अंबार, लचर यातायात व्यवस्था से नागरिक जीवन दुरुह हो रहा है. यह खेद का विषय है कि एनएच 80 के जीर्णोद्धार का काम पिछले सात-आठ वर्षो से चल रहा है.
उसके रख-रखाव के नाम पर करोड़ों खर्च दिखाये गये, लेकिन स्थिति बद से बदतर हो गयी है. ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के सारे आश्वासनों के बाद लचर व्यवस्था बनी हुई है. बाइपास का निर्माण अभी तक आरंभ नहीं किये जाने से शहर पर यातायात दबाव काफी बढ़ गया है. आये दिन दुर्घटना की खास वजह यही है, जो सड़कें बनायी जा रही है, उनमें गुणवत्ता का बिल्कुल अभाव है. शहर में फ्लाइ ओवर की सख्त जरूरत है.