11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रामदेव हत्याकांड: तीन को आजीवन कारावास व जुर्माना

भागलपुर: प्रथम तदर्थ अपर सत्र न्यायाधीश सीबी कुमार ने साहेबगंज मोहल्ले के कम्युनिस्ट नेता रामदेव यादव हत्याकांड में तीन आरोपियों सिकंदर यादव, पिक्को यादव व राजू यादव को शनिवार को आजीवन कारावास की सजा सुनायी. इसके अलावा आरोपियों को दस-दस हजार रुपये जुर्माना देने अन्यथा एक-एक वर्ष की अतिरिक्त सजा का निर्देश दिया. मामले में […]

भागलपुर: प्रथम तदर्थ अपर सत्र न्यायाधीश सीबी कुमार ने साहेबगंज मोहल्ले के कम्युनिस्ट नेता रामदेव यादव हत्याकांड में तीन आरोपियों सिकंदर यादव, पिक्को यादव व राजू यादव को शनिवार को आजीवन कारावास की सजा सुनायी. इसके अलावा आरोपियों को दस-दस हजार रुपये जुर्माना देने अन्यथा एक-एक वर्ष की अतिरिक्त सजा का निर्देश दिया.

मामले में सरकार की ओर से लोक अभियोजक सत्यनारायण साह, अपर लोक अभियोजक विजय कुमार सिंह, अधिवक्ता पुरुषोत्तम कुमार व बचाव पक्ष से अधिवक्ता सुधीर पांडे व मार्टिन लाल ने बहस में भाग लिया. इसी मामले के अन्य आरोपी राजा यादव व रंजीत यादव के खिलाफ अलग केस में ट्रायल होगा.

यह थी घटना. 11 नवंबर 2013 को सुबह 5 बजे कम्युनिस्ट नेता रामदेव यादव सोये हुए थे कि अचानक घर के दरवाजे पर दस्तक दी गयी. जब वह दरवाजा खोलने गये तो राजा यादव, रंजीत यादव, पीको यादव, सिकंदर यादव, राजू यादव आ गये. उन्होंने पहले तो रामदेव यादव के साथ कहासुनी की. इसके बाद उन्होंने रामदेव पर फायर झोंक दिया, जिससे रामदेव यादव मौके पर ही गिर गये. इस घटना के बाद वे वहां से फरार हो गये. गोली की आवाज सुन कर उसके बेटे और अन्य लोग घर की ओर दौड़े तथा रामदेव को गंभीर हालत में मायागंज अस्पताल ले गये. वहां उसकी मौत हो गयी. रामदेव यादव की पत्नी रानी देवी की शिकायत पर विश्वविद्यालय थाना में मामला दर्ज किया गया. इसमें राजा यादव, रंजीत यादव, पीको यादव, सिकंदर यादव, राजू यादव को आरोपी बनाया गया. घटना के पीछे रानी देवी ने आरोप लगाया था कि वे कारु यादव के केस को उठाने का दबाव रामदेव यादव पर बना रहे थे. जिससे वे नहीं मान रहे थे.
बटाइवाली जमीन खरीदने के बाद उठा विवाद
स्व रामदेव यादव व राजा यादव के पिता सिकंदर यादव आपस में साढ़ू हैं. सिकंदर यादव श्रीरपुर में जमीन बटाई पर लेकर फसल बोआई किये हुए थे. मगर उसी बटाई वाले जमीन को गांधी यादव के भाई कारु यादव ने खरीद लिया. जमीन खरीदे जाने का विरोध सिकंदर यादव, राजा यादव व अन्य ने किया था, लेकिन कारु यादव ने उसे अनसुना कर दिया. इसके बाद विवाद शुरू हो गया. 14 मार्च 2012 को साहेबगंज मसजिद चौक पर कारु यादव की हत्या हो गयी थी. इस मामले में दिनेश यादव की शिकायत पर सिकंदर यादव, कैलू यादव, यमुना यादव, राजा यादव, रंजीत यादव, छोटन यादव, गड्डू यादव पर मामला दर्ज कराया गया था. इस घटना के बाद रामदेव यादव की हत्या और उसके बाद गांधी यादव की हत्या साहेबगंज लॉज में कर दी गयी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें