भागलपुर: बिजली संकट से व्यवसायियों का 50 फीसदी कारोबार प्रभावित हो रहा है. शाम होते ही बाजार में अंधेरा छा जाता है. ग्राहकों को खरीदारी करने में परेशानी होती है. बड़े व्यवसायियों को डीजल पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है. इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी एनवी राजू ने बताया कि बाजार में बिजली संकट से पेयजल की […]
भागलपुर: बिजली संकट से व्यवसायियों का 50 फीसदी कारोबार प्रभावित हो रहा है. शाम होते ही बाजार में अंधेरा छा जाता है. ग्राहकों को खरीदारी करने में परेशानी होती है. बड़े व्यवसायियों को डीजल पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है.
इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी एनवी राजू ने बताया कि बाजार में बिजली संकट से पेयजल की भी असुविधा होती है. खरीद कर पानी पीना पड़ता है. गरमी में पानी भी गरम हो जाता है. ग्राहकों की भीड़ शाम में होती है, लेकिन बाजार में अंधेरा रहता है, जिससे ग्राहकों को खरीदारी में असुविधा होती है, वे लौट जाते हैं. इससे 50 फीसदी कारोबार प्रभावित हो रहा है. आसपास के क्षेत्रों में बिजली नहीं होने के कारण इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की खरीदारी लोग नहीं करते हैं. दूसरे इलेक्ट्रीकल व्यवसायी का कहना है कि बिजली संकट होने के कारण ग्राहक आते ही नहीं है, जबकि दशहरा नजदीक है.
पूजा पंडाल सजाने में हो रही दिक्कत. बिजली संकट के कारण पूजा पंडाल सजाने में भारी दिक्कत हो रही है. मुंदीचक गढ़ैया पूजा समिति के कोषाध्यक्ष कुमार धर्मेद्र ने बताया कि कोई भी सार्वजनिक काम समाज के लोगों से मिलजुल कर होता है. इसके लिए चंदा किया जाता है. इतना भी चंदा नहीं होता है कि केवल जेनरेटर चला कर पंडाल सजाया जा सके. मारवाड़ी पाठशाला जुबक संघ के सचिव बबन साहा ने कहा कि जेनरेटर में अतिरिक्त डीजल खर्च हो रहा है. दूसरी ओर महंगाई के कारण डीजल में अधिक खर्च हो रहा है. बिजली विभाग से 200 केबी का ट्रांसफारमर की मांग की थी, उल्टे बिजली ही नहीं है तो ट्रांसफारमर का क्या किया जायेगा.