भागलपुर: भागलपुर रंग महोत्सव के दूसरे दिन सोमवार को पहले सत्र में विभिन्न चौक-चौराहों पर आयोजित नुक्कड़ नाटक के दौरान कटिहार स्कूल ऑफ ड्रामा की ओर से कोतवाली चौक पर आशीष मिश्र रचित बेटियां नुक्कड़ नाटक का मंचन हुआ. इसमें लोगों को भ्रूण हत्या एवं नारी उत्पीड़न पर रोक लगाने का संदेश दिया गया. इसमें दिखाया गया कि कैसे महिलाओं की संख्या दिन व दिन समाज से घटती जा रही है और लिंग अनुपात में विषमता आ गयी है.
माता और प्रथम पाठशाला के रूप में नारी को प्रदर्शित करते हुए संदेश दिया कि जिनके घर महिलाओं को सम्मान मिलता है,उनके घर के बच्चे संस्कार वाले होते हैं. अनुकृति, जमशेदपुर की ओर से तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के समीप जिम्मेदार बने नुक्कड़ नाटक का मंचन हुआ. इसमें लोगों को शहर की साफ -सफाई, जल व पर्यावरण संरक्षण, यातायात सुरक्षा, पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने का संदेश दिया गया. कालिका नाट्य कला सांस्कृतिक मंच की ओर से आदमपुर चौक पर पर्यावरण बचाओ नुक्कड़ नाटक, ताम्हणकर थियेटर अकादमी, जयपुर की ओर से तिलकामांझी चौक पर प्रसाद लोकतंत्र का, युवा नाट्य संगीत अकादमी, रांची की ओर से घंटाघर चौक पर खुजली नुक्कड़ नाटक का मंचन हुआ.
इसमें बच्चों को शरीर की सफाई एवं कर्तव्य के प्रति जागरूक होने बताया गया. दो बच्चे रहते हैं, जो स्नान नहीं करता और दांत नहीं साफ करता. इससे उसे दांत में दर्द एवं शरीर में ऐसे समय खुजली होती है, जब उसका कोई मदद के लिए नहीं आ पाता है. इसी प्रकार नटरांजलि थियेटर आर्ट्स की ओर से कुमारी अलका सिंह के निर्देशन में 52 सेकेंड का उद्घोष नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया. इसमें विशेष भूमिका उषा कुलश्रेष्ठ की रही.