भागलपुर: शंकर यादव का गौराचकी नवटोलिया में जमीन का विवाद चल रहा था. नवटोलिया में चर्चा है कि कुछ लोगों ने गुरूवार को उसे फोन करके नवटोलिया बुलाया था. वहां पहुंचने पर उसके विरोधी पक्ष के लोगों ने उसे खदेड़ कर मार डाला. शंकर यादव उर्फ पनडुब्बी यादव का पहला ससुराल गौराचकी में है.
पहली पत्नी मांती देवी व दो बच्चे दिल्ली में हैं. शंकर अपनी दूसरी पत्नी चौधरीडीह के झांझो देवी के साथ रह रहा था. शंकर पांच भाई और पांच बहन है.
एक भाई की पहले ही हत्या हो गयी थी. शंकर यादव के मारे जाने की सूचना पाकर उसकी बहन सोमो देवी, मंजू देवी, संजू देवी पोस्टमार्टम हाऊस पहुंची थी. बहनों ने कहा कि भाई के गलत राह पर चलने कारण उन लोगों ने मां- बाप के मरने के बाद मायके आना छोड़ दिया है. चौधरीडीह में रहनेवाली दूसरी पत्नी झांझो देवी ने बताया कि उसके पति की बहुत लोगों से दुश्मनी थी. आज बड़ी पत्नी के भाई घनश्याम ने उसे गौराचकी नवटोलिया बुलाया था. वहां सभी ने साजिश से मारा है.