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कन्हैया व साथियों पर इनाम घोषित

ग्रामीण बैंक डकैती कांड में फरार अपराधियों का पुलिस ने जारी की तसवीर भागलपुर : बिहार ग्रामीण बैंक में 49 लाख की डकैती मामले का फरार शातिर बैंक डकैत कन्हैया यादव और उसके सहयोगियों पर भागलपुर पुलिस ने इनाम घोषित कर दिया है. एसएसपी विवेक कुमार ने बताया कि कन्हैया को पकड़वाने वाले को 50 […]

ग्रामीण बैंक डकैती कांड में फरार अपराधियों का पुलिस ने जारी की तसवीर
भागलपुर : बिहार ग्रामीण बैंक में 49 लाख की डकैती मामले का फरार शातिर बैंक डकैत कन्हैया यादव और उसके सहयोगियों पर भागलपुर पुलिस ने इनाम घोषित कर दिया है. एसएसपी विवेक कुमार ने बताया कि कन्हैया को पकड़वाने वाले को 50 हजार रुपये इनाम दिया जायेगा.
उसके दो अन्य सहयोगी सनोज यादव और रतन यादव पर भी इनाम घोषित कर किया गया है. तीनों इनामी अपराधी की की सूचना एसटीएफ के आइजी को भी भेजी जा रही है.
ताकि पुलिस मुख्यालय से भी इनका ब्योरा जारी हो सके. एसएसपी ने बताया कि कन्हैया और उसके सहयोगियों के बारे में सूचना कोई भी मेरे मोबाइल नंबर (9431800003) पर दे सकते हंै. सूचना देने वाले का नाम, पता और मोबाइल नंबर पूरी तरह से गोपनीय रखा जायेगा.
कई बैंक डकैती में शामिल रहा है कन्हैया. कन्हैया यादव बिहार-झारखंड की कई बैंक डकैतियों में शामिल रहा है. बैंक डकैती में उसे महारत हासिल है. बौंसी में हुए बैंक डकैती में कन्हैया यादव का नाम आया था. सिटी एएसपी वीणा कुमारी ने उसे दो साल पूर्व एक मामले में गिरफ्तार किया था. झोले में बम रख कर बैंक डकैती करना कन्हैया का शगल है.
कहां गये बाकी के 43 लाख रुपये. बैंक से लूटे 49 लाख में पुलिस ने छह लाख तीन हजार रुपये बरामद कर लिये, लेकिन बाकी के करीब 43 लाख रुपये कहां गये? यह अहम सवाल बन गया है. पुलिस सूत्रों की माने तो बाकी के रुपये कन्हैया यादव के पास है. फिलहाल कन्हैया बंगाल में छिपा हुआ है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
बाइक हो गयी खराब, सड़क पर गिर गया नोट. बैंक डकैती के बाद पुलिस की टीम को लगातार अपराधियों का सुराग मिलता गया. इस कारण तीन दिन में पुलिस ने पूरे केस का उद्भेदन कर दिया. डकैती के बाद पुलिस ने मैनेजर के लूटे हुए मोबाइल का लोकेशन लिया तो वह रामचंद्रपुर (गोराडीह) में मिला. इसके बाद वह मोबाइल बंद हो गया. पुलिस जब गोराडीह पहुंची तो वहां पता चला कि बाइक पर भागते हुए एक व्यक्ति का बाइक थाने का सामने ही पंक्चर हो गया था. इस दौरान बाइक सवार का झोला सड़क पर गिर गया, जिसमें सिर्फ नोट भरा हुआ था. आसपास के लोगों ने जब सड़क पर नोट गिरा देखा तो उनके होश उड़ गये.
हालांकि कन्हैया ने सारे नोट समेट कर पुन: झोला में रख लिया. इस दौरान एक टेंपो आयी, जिसमें पर सवार होकर कन्हैया भाग निकला. रामचंद्रपुर गांव में कन्हैया ने अपने होने वाले समधी रुदल यादव को बुलाया और उसे पैसे दिये. इसके अलावा कुछ रिश्तेदार ने कन्हैया का पैर छूकर प्रणाम किया तो सभी को कन्हैया झोला से मुठ्ठी भर-भर रुपये निकाल रहा था और दे रहा था. पैसे मिलने के बाद रुदल अपना आप खो बैठा.
शाम में वह शराब पीकर अपना आपा खो बैठा और सारी सच्चई उगल दिया, जिससे पुलिस को रास्ता मिला. एसएसपी ने बताया कि कन्हैया के होनेवाला समधी रुदल, बेटी रुचि, दामाद मिथिलेश आदि रिसिवर है. इन लोगों को बैंक डकैती की घटना की जानकारी थी और लूटे हुए रुपये इनके पास रखे हुए थे.

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