डीएम को दिये अपनी रिपोर्ट में डीएसओ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान वहां कई तरह की अनियमितता पायी गयी. गोदाम में स्टॉक की गिनती के दौरान घरेलू व व्यावसायिक मिला कर कुल 86 सिलिंडर कम पाये गये थे. इसके अलावा गोदाम में सुरक्षा मानकों का भी सही तरीके से अनुपालन नहीं किया गया था.
गोदाम में बिजली की वायरिंग सुरक्षित तरीके से नहीं पायी गयी. बिजली के ढीले तार जहां-तहां सिलिंडर के पास लटक रहे थे. इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सका है. इसके अलावा वितरण को लेकर उपभोक्ताओं की कई शिकायतें भी सही पायी गयी. डीएम डॉ यादव ने बताया कि फिलहाल रिपोर्ट के आधार पर एजेंसी के संचालक से स्पष्टीकरण पूछा गया है. इसके बाद कार्रवाई करते हुए इंडियन ऑयल कंपनी को उसका लाइसेंस रद्द कराया जायेगा.