भागलपुर: गंगा का जल स्तर घटने से शहरी क्षेत्र से बाढ़ का पानी नीचे उतरने लगा है और इसके साथ ही गंदगी छोड़ रहा है. सीएमएस हाइस्कूल हो या लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी, सखीचंद घाट रोड हो या आदमपुर स्थित बैंक कॉलोनी हर जगह दरुगध ने जीना मुश्किल कर दिया है. सीएमएस हाइस्कूल परिसर में भारी संख्या में कूड़े व कचरे उन स्थानों पर पड़े हुए हैं, जहां से पानी नीचे उतर गया है.
फिलहाल थोड़ी ही दूर पानी उतरा है और भारी मात्र में गंदगी दिखने लगी है, लेकिन बाढ़ का पानी पूरी तरह से उतर जाने के बाद स्थिति काफी गंभीर दिखेगी. लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी में सड़क पर जाम पानी के ऊपर फैली गंदगी और इससे उठने वाली दरुगध के चलते शिक्षक व उनके परिवार के सदस्य खिड़कियां नहीं खोलते. उन्हें अब भी इस बात का भय बना हुआ है कि कहीं खिड़कियों से होकर घर में सांप व जहरीले कीड़े न प्रवेश कर जाये.
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर में भी गंदगी होने के कारण लोग ज्यादा देर ठहर नहीं पाते. टील्हा कोठी व इसके नीचे रह रहे सैकड़ों बाढ़ पीड़ित गंदगी के साथ जीने को मजबूर हैं. विश्वविद्यालय के पश्चिमी गेट के पास रह रही दिलदारपुर की शीला देवी ने बताया कि छह सात दिन हो गये, जब एक -दो लोग ब्लीचिंग पाउडर छिड़कने के लिए आये थे. उनका कहना था कि ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव उन लोगों के तंबू की तरफ नहीं किया गया.