भागलपुर: परिधि ने प्रखंड स्तर पर पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) खोलने की मांग को लेकर सोमवार को समाहरणालय परिसर में धरना दिया. धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कुपोषण को राष्ट्रीय शर्म कहा है लेकिन शर्म को सम्मान में बदलने का प्रयास नहीं दिखाई देता है. जिला स्तर पर एक मात्र पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित है, जहां केवल 20 बच्चों की भरती की जाती है.
इससे जिला के सभी कुपोषित बच्चों को लाभ मिलना असंभव है. वक्ताओं ने कहा कि पिछले दिनों दाउदबाट के एक बच्च को एनआरसी में स्थान नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गयी. कुपोषण का मौलिक कारण संसाधन का असमान वितरण है. जिला में कुपोषित बच्चों की संख्या लगभग 80 प्रतिशत है.
धरना के बाद संस्था के सदस्यों ने डीएम के नाम एक ज्ञापन सौंपा. डीएम को सौंपे ज्ञापन में सदस्यों ने कुपोषण को कम करने के लिए मनरेगा, मध्याह्न् भोजन, जनवितरण प्रणाली, आंगनबाड़ी को दुरुस्त करने एवं सभी को लाभ दिलाना सुनिश्चित करने, बाढ़ एवं सुखाड़ राहत के कार्यक्रम सख्ती से चलाने, सभी प्रखंड में एनआरसी खोलने की मांग शामिल है. परिधि का यह धरना गोराडीह, नाथनगर, कहलगांव व खरीक प्रखंड धरना दिया गया. धरना में उदय, प्रवीर, अरविंद, सुषमा, प्रकाश पासवान, रामपूजन, सुगिया देवी, शमसुद्दीन आदि शामिल थे.