भागलपुर: लगातार एक माह से शहर में बिजली संकट गहराया है. शनिवार को अन्य दिनों की अपेक्षा स्थिति ज्यादा भयावह बनी रही. लोगों के बीच त्रहिमाम की स्थिति थी. विद्युत आपूर्ति क्षेत्र, भागलपुर के उच्चधिकारी बिजली संकट को दूर करने के बजाय अपने-अपने मोबाइल का स्विच ऑफ कर लिया, इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है. बिजली संकट के कारण जलापूर्ति प्रभावित रही. लोगों के घर तक वाटर वर्क्स से पानी नहीं पहुंचा.
शहर को पूरे दिन 30 मेगावाट से ज्यादा बिजली नहीं मिली. हालांकि बीच में एक घंटा के लिए शहर को 60 मेगावाट बिजली मिली, लेकिन शहर को कोई फर्क नहीं पड़ा. केंद्रीय प्रक्षेत्र से बिजली की बिना कोई कमी के राज्य से आवंटन में कटौती की गयी. शाम में भी आवंटन में कटौती जारी रही. आपूर्ति 30 मेगावाट ही हुई. नतीजतन दिन में लोकल फॉल्ट और मेंटेनेंस के नाम पर लोड शेडिंग और रात में पीक आवर होने के कारण लोगों को तीन घंटे पर 20 मिनट से ज्यादा बिजली नहीं मिल सकी.
जला ट्रांसफारमर बदलने पर भी गायब रही बिजली : एसएसपी आवास के नजदीक जले ट्रांसफारमर को बदले जाने पर भी आसपास इलाके से बिजली गायब रही. ट्रांसफारमर को शून्य लोड पर शुक्रवार को ही चार्ज में दिया गया था, जो शनिवार को भी चालू नहीं किया गया. ट्रांसफारमर बदलने के बाद इंजीनियरों की ओर से खर्च मांगा जा रहा था. इसको लेकर आसपास के लोग चंदा इकट्ठा कर रहे थे. इससे पहले जब ट्रांसफारमर जला तो कई लोगों के घर बिजली उपकरण जल गये है. जेइइ अनंत कुमार ने बताया कि इस तरह का कोई मामला नहीं है. सुबह 10 बजे ही ट्रांसफारमर को चालू कर दिया गया है.