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हर माह खर्च 23 लाख फिर भी ट्रेनें साफ नहीं

भागलपुर. ट्रेनों की सफाई व्यवस्था पर रेलवे का हर माह 23 लाख रुपये खर्च करता है, फिर भी रेल यात्रियों को साफ-सुथरी ट्रेनें नहीं मिलती है. रेलवे ने ट्रेनों की सफाई का जिम्मा यूरेका फोर्ब्स कंपनी को दिया है, लेकिन यहां यूरेका फॉर्ब्स की ही दादागिरी चलती है. ट्रेनों की सफाई में लापरवाही बरतने पर […]

भागलपुर. ट्रेनों की सफाई व्यवस्था पर रेलवे का हर माह 23 लाख रुपये खर्च करता है, फिर भी रेल यात्रियों को साफ-सुथरी ट्रेनें नहीं मिलती है. रेलवे ने ट्रेनों की सफाई का जिम्मा यूरेका फोर्ब्स कंपनी को दिया है, लेकिन यहां यूरेका फॉर्ब्स की ही दादागिरी चलती है. ट्रेनों की सफाई में लापरवाही बरतने पर जब कंपनी को जुर्माना किया जाता है, कंपनी आगे काम करने से ही इनकार कर देती है. ऐसे में कैरेज एंड वैगन विभाग हटाने की बजाय काम लेने के लिए एजेंसी के लोगों के हाथ-पैर जोड़ती है.

जुर्माना स्थानीय अधिकारी की अनुशंसा पर लगाया जाता है. अब स्थिति यह है कि रेलवे के लिए यूरेका फोर्ब्स को ढोना मजबूरी बनी है. बता दें कि मालदा रेल मंडल ने तीन साल के लिए यूरेका फोर्ब्स कंपनी को ट्रेनों की सफाई का ठेका दिया गया है, जिसमें से एक साल पूरा कर लिया है. इसके बादले में रेलवे लगभग आठ करोड़ रुपये भुगतान करेगी. इस दौरान काम में लापरवाही बरतने को लेकर एजेंसी पर हर माह 10 हजार से एक लाख रुपये तक जुर्माना किया जाता है. यह जुर्माना स्थानीय रेल अधिकारियों की अनुशंसा पर लगाया जाता है.

शर्त के अनुसार कंपनी नहीं करती सफाई. शर्त के अनुसार यूरेका फोर्ब्स कंपनी को मशीन से सफाई करनी है, लेकिन कंपनी के काम से रेलवे संतुष्ट नहीं है. कंपनी को यार्ड, यार्ड सकरुलेटिंग एरिया, यार्ड स्थित कार्यालय, ट्रेन व चलती ट्रेनों में भी सफाई करनी है. लेकिन, यार्ड सकरुलेटिंग एरिया से लेकर ट्रेन तक में गंदगी फैली रहती है.
क्यों है रेलवे के लिए कंपनी को ढोने मजबूरी. तत्काल यूरेका फार्ब्स कंपनी काम करना बंद कर दे, तो ट्रेनों की भी सफाई बंद हो जायेगी. इस बात से ही रेलवे अधिकारी परेशान रहते हैं और उनकी ओर से जितनी भी सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखा जा रहा है, उससे ही संतुष्ट रहना पड़ रहा है.
इन ट्रेनों में चलने पर दो बार करनी है सफाई. कंपनी को भागलपुर-आनंद विहार विक्रमशिला एक्सप्रेस, भागलपुर-आनंद विहार साप्ताहिक एक्सप्रेस, भागलपुर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस व भागलपुर अजमेर शरीफ के चलने के दौरान दिन में दो बार सफाई करनी है. इसको लेकर सफाई कर्मियों को बर्थ भी उपलब्ध कराया जाता है. बावजूद इसके चलती ट्रेनों में सफाई नहीं होती है. इसके अलावा कंपनी को भागलपुर-जम्मू अमरनाथ एक्सप्रेस को छोड़ कर भागलपुर से खुलने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस, जनसेवा एक्सप्रेस, वनांचल, भागलपुर-रांची एक्सप्रेस आदि यार्ड में खड़ी ट्रेनों की सफाई करनी है.

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