इसके बाद डीइओ फूल बाबू चौधरी ने कर्मचारी गौतम कुमार को बुला कर पूछताछ की और महिला को टीसी वापस करने को कहा. डीइओ ने महिला को भरोसा दिलाया है कि अपने स्तर से प्रयास करेंगे कि बच्च का नामांकन नौवीं कक्षा में हो सके.
दर्जनों बार विभाग का चक्कर लगाया. कर्मचारी से मिलते रहे. हर बार सिर्फ जल्द काम होने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद से कर्मचारी विभाग में नहीं मिलते थे. मोबाइल पर संपर्क करते थे, तो दो दिन में काम होने की बात कह कर फोन काट देते. इन सब में कई माह बीत गया. माला देवी का आरोप है कि मंगलवार को जब कर्मचारी गौतम से मिले और टीसी के बारे में जानना चाहा, तो उन्होंने अभद्र व्यवहार किया और विभाग से चले जाने की बात कही. महिला ने बताया कि नामांकन नहीं होने से पुत्र ने खाना-पीना छोड़ दिया है और किसी से बात नहीं कर रहा है.