रात भर नहीं आया. जबकि रोजाना रात 10 बजे तक घर पहुंच जाता था. अल सुबह रेलवे लाइन किनारे कुछ लोग शव देकर शोर मचाने लगे.
जब घर के लोग रेलवे लाइन पर पहुंचे, तो पुत्र को अधमरा हालत में पाया. अरविंद का सिर कुचला हुआ था और दोनों पैर में चाकू से किये गये प्रहार का गहरा निशान था. पिता ने आशंका जताया है कि पुत्र की किसी ने हत्या कर दी है. उसकी किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी. नशे करने की आदत थी. परिजनों ने पुत्र का आपराधिक चरित्र होने से इनकार किया है. अरविंद अपने पीछे दो लड़की व एक लड़का छोड़ गया है.