घटना के बाद से जूनियर छात्राएं काफी दहशत में हैं. स्थिति यह है कि सीनियर छात्राओं से मिलने या बात करने तक पर जूनियर छात्राओं को पाबंदी लगा दी गयी है. मंगलवार को भी सीनियर छात्राओं ने जूनियर से बात करने की कोशिश की, तो वह टाल कर चली गयी.
सीनियरों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जो भी छात्र मुंह खोलती है उसके खिलाफ ऐसे ही आरोप लगा कर परेशान किया जाता है और बैक कर दिया जाता है.अपर्णा मयंक व बिंदु कुमारी के साथ पढ़ने वाली छात्राएं आज 20 से 30 हजार रुपये महीना कमा रही हैं पर वे दोनों अभी भी जूनियर छात्राओं की तरह वार्ड में ट्रेनिंग ही कर रही हैं. अपर्णा तो अभी पटना में है पर बिंदु यहीं है. लेकिन स्कूल प्रबंधन के रवैये से तंग आ कर अब छात्रएं हाई कोर्ट की शरण लेने की तैयारी कर रही है. पीटीएस की कुछ छात्राओं ने बताया कि नामांकन के समय लिये गये 2500 रुपये की रसीद आज तक नहीं दी गयी है.