भागलपुर: समग्र गव्य विकास योजना में पैसे मांगे जाने के मामले में कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है. जिला पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव ने मामले की डॉक्यूमेंटेशन कर उपलब्ध कराने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि योजनाओं में कहीं गड़बड़ी के अंदेशा पर भी वह एक्शन लेते हैं. […]
भागलपुर: समग्र गव्य विकास योजना में पैसे मांगे जाने के मामले में कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है. जिला पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव ने मामले की डॉक्यूमेंटेशन कर उपलब्ध कराने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि योजनाओं में कहीं गड़बड़ी के अंदेशा पर भी वह एक्शन लेते हैं.
इस मामले में भी किसी भी स्तर पर वह लापरवाही बरदाश्त नहीं करेंगे. मंगलवार को जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रफुल्ल चंद्र झा ने भी अपने स्तर से जानकारी ली. उन्होंने बताया कि संबंधित कर्मचारी से पूछताछ हुई है. बुधवार को वह विस्तार से बता पायेंगे.
मालूम हो कि समग्र गव्य विकास योजना में आवेदकों से पैसे मांगे गये थे. अनुदान के लिए ग्रामीणों के आवेदन संबंधित बैंक तक पहुंचाने के लिए 200 रुपये मांगे जाने का मामला प्रकाश में आया था. हालांकि प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने का असर मंगलवार को दिखा. और आवेदकों से जरूरी डॉक्यूमेंट के अलावा अवैध पैसे नहीं मांगे गये. नवटोलिया के एक ग्रामीण ने बताया कि पैसे की मांग नहीं की गयी है, लेकिन आवेदन में ज्यादा पैसे खर्च हो रहा है.
वसूले जा रहे ज्यादा पैसे
गव्य अनुदान के लिए विभाग के पास आवेदन फॉर्म नहीं होने का खामियाजा ग्रामीण आवेदकों को भुगतना पड़ रहा है. कार्यालय के सामने ही एक छोटी सी गुमटी में आवेदन फॉर्म बेचा जा रहा है. पांच-सात पóो के आवेदन की फोटो कॉपी कर 35 से 40 रुपये वसूले जा रहे हैं. जो ग्रामीण थोड़े-बहुत होशियार हैं, वह एक प्रति आवेदन फॉर्म लेकर उसकी फोटो कॉपी कहीं दूसरी दुकान से करा ले रहे हैं, जिससे उनके थोड़े पैसे बच जा रहे हैं.