इलाके के जनप्रतिनिधि व आम लोग इस बात के गवाह हैं कि काजीकोरैया और राघोपुर में लगातार दो वर्ष तक कटाव निरोधी कार्य के विफल होने के बाद वर्ष 2009 में काजी कोरैया से राघोपुर तक बोल्डर पिंचिंग बांध के निर्माण व कटाव पर अंकुश लगाने के लिए सतीश चंद्र झा ने उस समय गंगा के प्रकृति का अध्ययन के लिए हवाई सर्वे हेलीकॉप्टर से किया था.
उस समय में वे जेएफसीसी के अध्यक्ष भी थे. उनके सर्वे के बाद 51.20 करोड़ की योजना की स्वीकृति मिली थी. उसी योजना का प्रतिफल है किकाजीकोरैया से अठगामा तक का करीब चार किलोमीटर का क्षेत्र कटाव मुक्त है. यह योजना राघोपुर में सफल नहीं हो पायी थी.
जीबी कॉलेज के रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार झा के रूलर वाटर सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में श्री झा कई बार अपने व्याख्यान दे चुके हैं. पूर्व मुखिया बैरिस्टर सिंह ने कहा कि श्री झा का अपनी मिट्टी से गहरा लगाव था. नगरपारा में नावोदय विद्यालय सहित कई संस्थान उनकी देन है. ग्रामीण धर्मेद्र सिंह, मुकेश सिंह, पवन सिंह आदि ने श्री झा के निधन पर शोक व्यक्त किया. रूलर वाटर सोसाइटी में भी शोक सभा हुई. मौके पर डॉ बिंदेश्वरी सिंह, डॉ दयानंद यादव, ज्योत्सना झा, एसपी झा, दीपा झा आदि उपस्थित थी.