भागलपुर: बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने बिहार के तमाम स्कूलों में 25 जुलाई से मध्याह्न् भोजन से शिक्षकों को अलग रहने का आह्वान किया है. गुरुवार से मध्याह्न् भोजन योजना पर संकट गहरायेगा. संगठन का दावा है कि जिले में जो शिक्षक संगठन से बाहर हैं, वह भी इस आह्वान से खुश हैं. गुरुवार को इसी मुद्दे पर भीखनपुर स्थित संघ भवन में बैठक बुलायी गयी है.
जिले में कुल 1826 प्राथमिक व मध्य विद्यालय हैं. इसमें नगर निगम, सबौर, कहलगांव व नवगछिया के 213 स्कूलों में मध्याह्न् भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी एक गैर सरकारी संस्था को है. 1613 स्कूलों में मध्याह्न् भोजन प्रधानाध्यापकों के नेतृत्व में तैयार होता है. अगर प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर विद्यालय प्रधानों की सहमति रही, तो मध्याह्न् भोजन पर संकट तय है. संघ के प्रधान सचिव आनंदी प्रसाद ने बताया कि संघ के आह्वान पर गुरुवार से मध्याह्न् भोजन से शिक्षक खुद को अलग कर लेंगे. शिक्षकों को मध्याह्न् भोजन को लेकर ङोलनी पड़ रही परेशानी के विरोध में 31 जुलाई को पटना में प्रदर्शन व धरना आयोजित किया जायेगा.
अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ व बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक ही दो मुख्य संगठन है. जिले के लगभग 1400 प्रधानाध्यापक दोनों संगठनों से जुड़े हैं. मध्याह्न् भोजन योजना से होनेवाली परेशानी सबको है. ऐसे में उन्होंने विश्वास जताया कि अधिकतर प्रधान इस योजना से अलग हो जायेंगे.संघ के जिला संगठन प्रभारी राणा कुमार झा ने बताया कि संघ से लगभग 7000 शिक्षक जुड़े हैं. शिक्षकों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया है, न कि मध्याह्न् भोजन तैयार करवाने व खिलाने का. संघ की ओर से सरकार को इसकी जानकारी दे दी गयी है.